"कोली गढ़": अवतरणों में अंतर

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"भगवान गौतम बुद्ध" की माताश्री महामाया और धर्म पत्नी यशोधरा दोनों ही "कोलिय गणराज्य" की राजकुमारी थीं | भगवान बुद्ध का जन्म शाक्य गणराज्य में हुआ था |
 
आज के 500 ईं पूर्व यह गणराज्य हुआ करता था, जो कासी की ओर बसा था "बुद्ध और उनका धम्म" किताब में बाबा साहेब डॉ आंबेडकर कहते हैं कि, कलियोकोलिय गणराज्य की सीमा शाक्य गणराज्य की सीमा से सटी हुई थी, शाक्य और कोलिय दोनों ही राजवंश हुआ करते थे, '''इनके आपस में वैवाहिक संबंध होते थे |'''
 
 
 
आज के 500 ईं पूर्व यह गणराज्य हुआ करता था, जो कासी की ओर बसा था "बुद्ध और उनका धम्म" किताब में बाबा साहेब डॉ आंबेडकर कहते हैं कि, कलियो गणराज्य की सीमा शाक्य गणराज्य की सीमा से सटी हुई थी, शाक्य और क कोलिय दोनों ही राजवंश हुआ करते थे, '''इनके आपस में वैवाहिक संबंध होते थे |'''
 
 
 
'''कोली गढ़''' जिसे '''कोलिगढ़''' भी लिखा जाता है,<ref>{{Cite book|url=https://books.google.co.in/books?id=37y1AAAAIAAJ|title=Pahāṛa|publisher=Pahāṛa|language=hi}}</ref> [[उत्तराखंड]] मे [[गढ़वाल]] के बशरंबू पट्टी मे एक [[गढ़]] है। यह गढ़ गढ़वाल के ५२ गढ़ों मे से एक है।<ref>{{Cite book|url=https://books.google.co.in/books?id=wtUMAAAAIAAJ|title=Gaṛharājya śāsana kī yādeṃ|last=Bahuguṇā|first=Manīrāma|date=1995|publisher=Kusuma Latā Prakāśana|language=hi}}</ref>