"राम": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
Add information टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 14:
}}
'''रामचन्द्र''' भगवान [[विष्णु]] के सातवें अवतार हैं, और इन्हें '''श्रीराम''' और '''श्रीरामचन्द्र''' के नामों से भी जाना जाता है। [[रामायण]] में वर्णन के अनुसार अयोध्या के राजा सूर्यवंशी चक्रवर्ती सम्राट [[दशरथ]] ने पुत्र की कामना से यज्ञ कराया जिसके फलस्वरूप उनके पुत्रों का जन्म हुआ। श्रीराम का जन्म देवी कौशल्या के गर्भ से अयोध्या में हुआ था। श्रीराम जी चारों भाइयों में सबसे बड़े थे। हर वर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को श्रीराम जयंती या राम नवमी का पर्व मनाया जाता है।
श्रीराम का जीवनकाल एवं पराक्रम महर्षि [[वाल्मीकि]] द्वारा रचित [[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] महाकाव्य [[रामायण]] के रूप में वर्णित हुआ है। रामायण में [[सीता]] के खोज में [[श्रीलंका]] जाने के लिए 48 किलोमीटर लम्बे 3 किलोमीटर चोड़े पत्थर के सेतु का निर्माण करने का उल्लेख प्राप्त होता है, जिसको [[रामसेतु]] कहते हैं । वह आज भी स्थित है, जिसकी कार्बन डेंटिंग में कुछ लोगों के अनुसार 175000वर्ष तथा कुछ लोगो के अनुसार 7000वर्ष तथा कुछ के अनुसार 5000 वर्ष पूर्व का अनुमान लगाया गया है।
|