"अफ़्रीका": अवतरणों में अंतर

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अफ्रीका महाद्वीप के नाम के पीछे कई कहानियाँ एवं धारणाएँ हैं। 1981 में प्रकाशित एक शोध के अनुसार अफ्रीका शब्द की उत्पत्ति बरबर भाषा के शब्द ''इफ्री'' या ''इफ्रान'' से हुई है जिसका अर्थ गुफा होता है जो गुफा में रहने वाली जातियों के लिए प्रयोग किया जाता था।<ref name="book on ligne">The Berbers, by Geo. Babington Michell,p 161, 1903, Journal of Royal African people [http://www.jstor.org/pss/714549 book on ligne]</ref>.एक और धारणा के अनुसार अफ्री उन लोगों को कहा जाता था जो उत्तरी अफ्रीका में प्राचीन नगर [[कार्थेज]] के निकट रहा करते थे। कार्थेज में प्रचलित [[फोनेसियन भाषा]] के अनुसार अफ्री शब्द का अर्थ है ''धूल''। कालान्तर में कार्थेज रोमन साम्राज्य के अधीन हो गया और लोकप्रिय रोमन [[प्रत्यय]] -का (-ca जो किसी नगर या देश को जताने के लिए उपयोग में लिया जाता है) को ''अफ्री'' के साथ जोड़ कर ''अफ्रीका'' शब्द की उत्पत्ति हुई।<ref>{{cite web|url=http://www.consultsos.com/pandora/africa.htm|title=Consultos.com etymology}}</ref>
 
अफ्रीका के इतिहास को [[मानव]] विकास का इतिहास भी कहा जा सकता है। अफ़्रीका में 17 लाख 50 हजार वर्ष पहले पाए जाने वाले आदि मानव का नामकरण होमो इरेक्टस अर्थात उर्ध्व मेरूदण्डी मानव हुआ है।<ref>{{cite book |last=भट्टाचार्य |first=स्वपन |title= इतिहास (प्राचीन) |year=जुलाई 2002 |publisher=पश्चिमबंग मध्यशिक्षा पर्षद |location=कोलकाता |id= |page=247-248 |access-date= 3 मई 1995}}</ref> होमो सेपियेंस या प्रथम आधुनिक मानव का आविर्भाव लगभग 30 से 40 हजार वर्ष पहले हुआ।<ref>{{cite book |last=राय |first=रामदत्त |title=प्राचीन सभ्यता का इतिहास |year=जुलाई 2002 |publisher=जनता पुस्तक भण्डार |location=हावड़ा |id= |page=247-248 |access-date= 3 मई 1990}}</ref> लिखित इतिहास में सबसे पहले वर्णन मिस्र की सभ्यता का मिलता है जो [[नील नदी]] की घाटी में ईसा से 4000 वर्ष पूर्व प्रारम्भ हुई। इस सभ्यता के बाद विभिन्न सभ्यताएँ नील नदी की घाटी के निकट आरम्भ हुई और सभी दिशाओं में फैली। आरम्भिक काल से ही इन सभ्यताओं ने उत्तर एवं पूर्व की [[यूरोप|यूरोपीय]] एवं [[एशिया|एशियाई]] सभ्यताओं एवं जातियों से परस्पर सम्बन्ध बनाने आरम्भ किये जिसके फलस्वरूप महाद्वीप नयी [[संस्कृति]] और [[धर्म]] से अवगत हुआ। [[ईसा]] से एक शताब्दी पूर्व तक [[रोमन साम्राज्य]] ने उत्तरी अफ्रीका में अपने उपनिवेश बना लिए थे। [[ईसाई धर्म]] बाद में इसी रास्ते से होकर अफ्रीका पहुँचा। 7 वीं शताब्दी पश्चात इस्लाम धर्म अफ्रीका में व्यापक रूप से फैलना शुरू किया और नयी संस्कृतियों जैसे पूर्वी अफ्रीका की स्वाहिली और [[उप-सहारा]] क्षेत्र के सोंघाई साम्राज्य को जन्म दिया। [[इस्लाम]] और [[इसाई]] धर्म के प्रचार-प्रसार से दक्षिणी अफ़्रीका के कुछ साम्राज्य जैसे [[घाना साम्राज्य|घाना]], [[ओयो साम्राज्य|ओयो]] और [[बेनिन साम्राज्य|बेनिन]] अछूते रहे एवं उन्होंने अपनी एक विशिष्ट पहचान बनायी। इस्लाम के प्रचार के साथ ही 'अरब दास व्यापार' की भी शुरुआत हुई जिसने यूरोपीय देशों को अफ्रीका की तरफ आकर्षित किया और अफ्रीका को एक यूरोपीय [[उपनिवेश]] बनाने का मार्ग प्रशस्त किया। 19 वीं शताब्दी से शुरू हुआ यह औपनिवेशिक काल 1951 में [[लीबिया]] के स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से ख़त्म होने लगा और 1993 तक अधिकतर अफ्रीकी देश [[उपनिवेशवाद]] से मुक्त हो गए। पिछ्ली शताब्दी में अफ़्रीकी राष्ट्रों का [https://healthylifestyless.com/%e0%a4%8f%e0%a4%b2%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ab%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%a6%e0%a5%87-%ce%b2enefits-of-%ce%b1loe-vera/ इतिहास सैनिक क्रांति,] युद्ध, जातीय हिंसा, नरसंहार और बड़े पैमाने पर हुए मानव अधिकार हनन की घटनाओं से भरा हुआ है।
 
== भू-प्रकृति ==