"काशी हिन्दू विश्‍वविद्यालय": अवतरणों में अंतर

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{{स्रोतहीन|date=मई 2019}}
{{Infobox_University
|name = काशी हिन्दू विश्वविद्यालय
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|nickname = बी एच यू (BHU)
|affiliations = [[विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग (भारत)|यूजीसी]]
|website = [http://www.bhu.ac.in],[http://www.bhuonline.in]
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संप्रति इस विश्वविद्यालय के दो परिसर हैं। मुख्य परिसर (१३०० एकड़) वाराणसी में स्थित है जिसकी भूमि [[काशी का इतिहास#आधुनिक काशी राज्य|काशी नरेश]] ने [[दान]] की थी। मुख्य परिसर में ६ संस्थान्, १४ संकाय और लगभग १४० विभाग है। विश्वविद्यालय का दूसरा परिसर [[मिर्ज़ापुर जिला|मिर्जापुर जनपद]] में बरकछा नामक जगह (२७०० एकड़) पर स्थित है। ७५ छात्रावासों के साथ यह एशिया का सबसे बड़ा आवासीय विश्वविद्यालय है जिसमें ३०,००० से ज्यादा छात्र अध्ययनरत हैं जिनमें लगभग ३४ देशों से आये हुए छात्र भी शामिल हैं।
 
इसकेमुख्य परिसर के प्रांगण में भगवान विश्वनाथ का एक विशाल मंदिर भी है। सर सुंदरलाल चिकित्सालय, गोशाला, प्रेस, बुक-डिपो एवं प्रकाशन, टाउन कमेटी (स्वास्थ्य), पी.डब्ल्यू.डी., स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा, पर्वतारोहण केंद्र, एन.सी.सी. प्रशिक्षण केंद्र, "हिंदू यूनिवर्सिटी" नामक डाकखाना एवं सेवायोजन कार्यालय भी विश्वविद्यालय तथा जनसामान्य की सुविधा के लिए इसमें संचालित हैं। श्री सुन्दरलाल, पं॰ मदनमोहन मालवीय, डॉ॰ एस. राधाकृष्णन् (भूतपूर्व राष्ट्रपति), डॉ॰ अमरनाथ झा, आचार्य नरेन्द्रदेव, डॉ॰ रामस्वामी अय्यर, डॉ॰ त्रिगुण सेन (भूतपूर्व केंद्रीय शिक्षामंत्री) जैसे मूर्धन्य विद्वान यहाँ के कुलपति रह चुके हैं।
 
वर्ष २०१५-१६ विश्वविद्यालय की स्थापना का शताब्दी वर्ष था जिसे विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, उत्सवों व प्रतियोगिताओं एवं २५ दिसंबर को महामना मालवीय जी की जयंती-उत्सव का आयोजन कर मनाया गया।