'''चमार''' एक [[दलित]] समुदाय है जिसे आधुनिक भारत की सकारात्मक भेदभाव प्रणाली के तहत [[अनुसूचित जाति]] के रूप में वर्गीकृत किया गया है। चमारों के साथ सदियों से भेदभाव होता आया है। वे पूरे [[भारतीय उपमहाद्वीप]] में पाए जाते हैं, मुख्यतः [[भारत]] के उत्तरी राज्यों और [[पाकिस्तान]] और [[नेपाल]] में।▼
|religions = [[लोकभारत में नास्तिकता|कोई धर्म नहीं]], [[हिन्दू]], [[मुस्लिम]], [[सिक्ख]], [[ईसाई]]
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▲'''चमार''' एक [[दलित]] समुदाय है जिसे आधुनिक भारत की सकारात्मक भेदभाव प्रणाली के तहत [[अनुसूचित जाति]] के रूप में वर्गीकृत किया गया है। चमारों के साथ सदियों से भेदभाव होता आया है। वे पूरे [[भारतीय उपमहाद्वीप]] में पाए जाते हैं, मुख्यतः [[भारत]] के उत्तरी राज्यों और [[पाकिस्तान]] और [[नेपाल]] में।
चमार शब्द का प्रयोग सामान्य रूप से दलितों के लिए एक शब्द के रूप में किया जाता है।<ref>{{Cite web|url=https://www.sabrangindia.in/article/caste-igated-how-indians-use-casteist-slurs-dehumanise-each-other|title=Caste-igated: How Indians use casteist slurs to dehumanise each other|date=2018-07-21|website=SabrangIndia|language=en|access-date=2020-05-12}}</ref><ref>{{Cite web|url=https://www.thequint.com/entertainment/hot-on-web/twitter-calls-out-netflix-original-jamtara-sabka-number-ayega-for-casteist-slur|title=Twitter Calls out Netflix’s ‘Jamtara’ for Using Casteist Slur|date=2020-01-18|website=The Quint|language=en|access-date=2020-05-12}}</ref> इसे भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जातिवादी गाली के रूप में वर्णित किया गया है और किसी व्यक्ति को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के उल्लंघन के रूप में संबोधित करने के लिए इस शब्द का उपयोग किया जाता है।<ref>{{Cite news|url=https://economictimes.indiatimes.com/news/politics-and-nation/calling-an-sc-chamar-offensive-punishable-says-apex-court/articleshow/3382559.cms?from=mdr|title=Calling an SC ‘chamar’ offensive, punishable, says apex court|last=Singh|first=Sanjay K.|date=2008-08-20|work=The Economic Times|access-date=2020-05-12}}</ref>
चमार (चंवरवंश)
प्राचीनकाल में ना तो चमार शब्द पाया जाता है, ना हीं इस नाम की कोई जाति है। चमार शब्द का पहली बार प्रयोग सिकन्दर लोदी ने संत रैदास को अपमानित करने के लिए किया था|