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नमस्कार, कन्हाई जी। आपको क्यों लगता है कि यदि आपको ये अधिकार ना मिले तो आपके योगदानों की महत्ता नहीं मानी जा रही। इस अधिकार से कोई सदस्य विशेष स्थान प्राप्त नहीं कर लेता है। ऐसे कई सदस्य रहें हैं जिन्हें कई बार ऐसे निवेदनों पे अस्वीकृत किया गया है। अधिक सम्पादन करना और अधिकार पाना कोई प्रतियोगिता नहीं है।--[[सदस्य:हिंदुस्थान वासी|<font color="80 00 80">हिंदुस्थान वासी</font>]]<sup> ''' [[सदस्य वार्ता:हिंदुस्थान वासी|वार्ता]]''' </sup> 12:21, 8 जून 2020 (UTC)
 
{{Ping|सदस्य:हिंदुस्थान वासी}} नमस्ते जी, बिल्कुल मैं भी मानता कोई प्रतियोगिता नहीं है। मैंने वहां ना ही कोई पद और ललशा से ललायीत होकर अर्जी दी। और हां स्वीकृत और अस्वीकृत मेरे लिए कोई मायने नहीं रखता, लेकिन अस्वीकृत का भी कोई कारण होना चाहिए। गलतियां निकालने बैठेंगे तो मेरे पास सभी के गलतीयों का ब्यौरा है। मेरे स्वभिमान के ऊपर सवाल उठाए, उससे अच्छा प्रतिउत्तर देना उचित समझा। यदि निर्णायक मंडल निर्णय करना ही है यूं क्यों देखते कि किस व्यक्ति में कितना समर्थ और कितने वर्षों तक संलग्न होकर विकिपीडिया को ऊंचाई के शिखर पर लेकर जा सकता है। आखिरकार सभी का यही तो मुख्य उद्देश्य रहा है।--[[सदस्य:कन्हाई प्रसाद चौरसिया|कन्हाई प्रसाद चौरसिया]] ([[सदस्य वार्ता:कन्हाई प्रसाद चौरसिया|वार्ता]]) 15:44, 8 जून 2020 (UTC)