"दीवान (शायरी)": अवतरणों में अंतर

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दोस्तों माँ कायनात में खुदा का दिया हुआ सबसे कीमती और खूबसूरत तोहफा है ,माँ अहसास है न की हवा का झोका है वो खुशनसीब होते है जिनके साथ माँ है या जिन्हे माँ का प्यार मिला है माँ अपना सबकुछ न्योछावर कर देती है अपने बच्चों की ख़ुशी के खातिर हमारा भी फ़र्ज़ बनता है की जब हमारी माँ को हमारी सबसे ज्यादा जरुरत हो तो हम हमेशा उनके साथ खड़े पाए\ माँ के लिए सब को छोड़ देना पर किसी के लिए" माँ " को मत छोड़ना ये वो खुदा है जो हमें दुनिया में लाती है और हमें चलना, बोलना सब कुछ सिखाती है खुद गीले बिस्तर पर सोती है और हमें सूखे में सुलाती है दोस्तों आपसे विनती है कभी भी अपनी माँ का दिल न दुखाना । आज हम "[[ https://shaayridilse.blogspot.com/|Shaayri Dil Se]]'' में अपने दिल से निकली हुई ये कविता और शायरी आपके साथ शेयर कर रहे है | आशा करते है आपको जरूर पसंद आएगी ।।