"गुप्त राजवंश": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
रोहित साव27 (वार्ता | योगदान) छो HotCat द्वारा श्रेणी:गुप्त राजवंश जोड़ी |
No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 47:
==गुप्त वंश की उत्पत्ति==
गुप्त सामाज्य का उदय तीसरी शताब्दी के अन्त में [[प्रयाग]] के निकट
था जिसका उल्लेख चीनी यात्री [[इत्सिंग]] ने ५०० वर्षों बाद सन् ६७१ से सन् ६९५ के बीच में किया। पुराणों में ये कहा गया है कि आरंभिक गुप्त राजाओं का साम्राज्य [[गंगा]] द्रोणी, प्रयाग, [[साकेत]] ([[अयोध्या]]) तथा [[मगध]] में फैला था। श्रीगुप्त के समय में महाराजा की उपाधि सामन्तों को प्रदान की जाती थी, अतः श्रीगुप्त किसी के अधीन शासक था। प्रसिद्ध इतिहासकार के. पी. जायसवाल के अनुसार श्रीगुप्त भारशिवों के अधीन छोटे से राज्य प्रयाग का शासक था। चीनी यात्री इत्सिंग के अनुसार मगध के मृग शिखावन में एक मन्दिर का निर्माण करवाया था। तथा मन्दिर के व्यय में २४ गाँव को दान दिये थे।
|