"ग्रन्थ लिपि": अवतरणों में अंतर

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उदाहरण २: संत जॉन ३:१६
 
इसयहाँ पन्नेएक में ऊपर दिएही लेख को ही यहाँ प्रदर्शित किया गया है। १८८६ के पुराने पृष्ठ की आधुनिक संस्करण से तुलना करके यह पता चलता है कि ग्रंथ के पुराने पृ्ष्ठ को बनाने में कारीगर को कितनी कठिनाई आई होगी।
 
: [[Image:John 3 16 Sanskrit translation grantham script.gif]]
 
:[[Image:Grantha_Text2.svg]]
 
 
: yata īśvaro jagatītthaṁ prema cakāra yannijamekajātaṁ