"तिनसुकिया": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो HotCat द्वारा श्रेणी:तिनसुकिया जोड़ी |
Rescuing 3 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.1 |
||
पंक्ति 55:
== भौगलिक स्थिति ==
तिनसुकिया शहर २७°३०′ उ ९५°२२′ पू / २७.५° उ ९५.३७° पू पर स्थित है। यह शहर ११६ मीटर (३८० फीट) की औसत ऊंचाई पर अवस्थित है।<ref>
== इतिहास ==
पुराने समय में तिनसुकिया को बेंगमारा के नाम से जाना जाता था तथा मूल रूप से यह चांगमाई पथार के रूप में जाना जाता था। यह मटक राज्य की राजधानी थी जिसे स्वर्गदेव सर्वानन्द सिंघा ने स्थापित किया था। स्वर्गदेव सर्वानन्द सिंघा जो मेज़ारा भी कहलाता था एक योग्य प्रशासक के रूप में जाना जाता था। सर्वानन्द सिंघा नाम उसने राजा बनने के बाद अपनाया.<ref name=NIC>{{cite web|title=Tinsukia|url=http://www.tinsukia.nic.in/bangmara.asp|accessdate=2 May 2012|archive-url=https://web.archive.org/web/20120426202937/http://www.tinsukia.nic.in/bangmara.asp|archive-date=26 अप्रैल 2012|url-status=dead}}</ref>
सर्वानन्द सिंघा के निर्देश अनुसार उनके मंत्री गोपीनाथ बरबरुवा उर्फ़ गोधा बरबरुवा ने त्रिकोणीय आकार में एक तालाब का निर्माण किया जो तिनकोनिया पुखुरी के नाम से जाना जाता है। १८८४ में जब डिब्रू-सादिया रेल लाइन बिछाई गई थी तब इस तालाब के निकट एक स्टेशन का निर्माण किया गया था जो तिनसुकिया स्टेशन कहलाता था। बाद में इसी तिनसुकिया नाम से यह शहर जाना जाने लगा.
पंक्ति 83:
== जनसांख्यिकी ==
२०११ में भारत की जनगणना के आधार में, तिनसुकिया की आबादी १,२५,२१६ है। पुरुषों की जनसंख्या ५५% और महिलाओं की ४५% है।<ref>{{cite web|title=Census Of India|url=http://www.censusindia.gov.in/2011-prov-results/paper2/data_files/assam/pop_assam.xls|accessdate=2 May 2012|archive-url=https://web.archive.org/web/20111113185106/http://www.censusindia.gov.in/2011-prov-results/paper2/data_files/assam/pop_assam.xls|archive-date=13 नवंबर 2011|url-status=live}}</ref> तिनसुकिया की औसत साक्षरता दर ७०.१५% है जो के राष्ट्रीय औसत ६४.८४% से अधिक है। पुरुष साक्षरता दर ७७.८९% है और महिला साक्षरता ६३.५४% है। तिनसुकिया में, जनसंख्या का तमाम विवरण इस प्रकार है-
== व्यावसायिक केंद्र ==
|