"ब्यास नदी": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो बॉट: पुनर्प्रेषण ठीक कर रहा है |
Rescuing 4 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.1 |
||
पंक्ति 25:
| publisher = ORNL
| url = http://daac.ornl.gov/rivdis/STATIONS/TEXT/INDIA/86/SUMMARY.HTML
| accessdate = 2013-10-01
| archive-url = https://web.archive.org/web/20131004215334/http://daac.ornl.gov/rivdis/STATIONS/TEXT/INDIA/86/SUMMARY.HTML
| archive-date = 4 अक्तूबर 2013
| url-status = dead
}}</ref>
| discharge_average = 499.2
| discharge_average_imperial =
Line 106 ⟶ 110:
ब्यास नदी और [[सतलुज नदी]] के लिंक से एक विद्युत परियोजना बिकसित की गयी है। प्रथम यूनिट के अंतर्गत यह पंडोह में 4711 मिलियन क्यूमेक (3.82 एम.ए.एफ.) ब्यास जल को 1000 फीट नीचे सतलुज में अपवर्तित करती है। इस बिंदु पर देहर विद्युत गृह की अधिष्ठापित क्षमता 990 मेगावाट है, इसके बाद टेल रेस जल सतलुज से बहता हुआ भाखडा के गोबिन्दसागर जलशाय में एकत्रित हो जाता है। पंडोह से देहर तक अपवर्तन 38 कि॰मी॰ लम्बी जल संवाहक प्रणाली द्वारा होता है जिसमें संयुक्त रूप से 25 कि॰मी॰ लम्बी एक खुली चैनल तथा दो सुंरगें सम्मिलित हैं। ब्यास तथा सतलुज का कुल जलग्रहण क्षेत्र क्रमश: 12560 कि॰मी॰ तथा 56860 कि॰मी॰ है।
ब्यास परियोजना की द्वितीय यूनिट के अंतर्गत तलवाड़ा के मैदानी भाग में प्रवेश करने से ठीक पहले ब्यास नदी पर पौंग बांध है, जिसका सकल भण्डारण 435 फुट अर्थ कोर ग्रैवल शैल डैम के पीछे 8572 मिलियन क्यूमेक (6.95 एम.ए.एफ.) है। बांध के आधार पर स्थित विद्युत संयंत्र की अधिष्ठापित क्षमता 360 मेगावाट है।<ref>
== विवाद ==
देश में रावी और ब्यास नदी जल विवाद काफी पुराना है। यह [[भारत]] के दो राज्यों [[पंजाब (भारत)]] और [[हरियाणा]] के बीच रावी और ब्यास नदियों के अतरिक्त पानी के बंटवारे को लेकर हैं। मुकदमे सालों से अदालतों में हैं।<ref>
== सन्दर्भ ==
{{टिप्पणीसूची}}
== बाहरी कड़ियाँ==
*[https://web.archive.org/web/20150610211414/http://hindi.nativeplanet.com/manali/beas-kund/photos/1610/ हिन्दी नेटिव प्लानेट में मनाली तस्वीरें, ब्यास कुंड - ब्यास नदी]
{{Commons category|Beas River|ब्यास नदी}}
|