"सारा, यॉर्क की डचेस": अवतरणों में अंतर

Rescuing 2 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.1
पंक्ति 17:
}}
 
'''सारा, यॉर्क की डचेस''', (पूरा नाम:''सारा मार्गरेट''(''फर्ग्यूसन''); जन्म:१५ अक्टूबर १९५९) एक ब्रिटिश लेखक, दानकर्ता, सार्वजनिक वक्ता, टीवी व्यक्तियत्व और फ़िल्म निर्माता हैं। उन्हें अक्सर उनके उपनाम ''फर्जी''(''Fergie'') के नाम से जाना जाता है। वो [[एलिज़ाबेथ द्वितीय|महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय]] और [[राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक]] के पुत्र [[राजकुमार ऐंड्र्यू, यॉर्क के ड्यूक|राजकुमार एंड्रू, यॉर्क के ड्यूक]] के तलाकशुदा पूर्व पत्नी हैं। वो मेजर [[रोनाल्ड फर्ग्यूसन]] और उनकी पत्नी सूज़न की छोटी पुत्री हैं। उनका जन्म २५ अक्टूबर १९५९ को [[लंदन]], [[इंग्लैण्ड|इंग्लैंड]] में हुआ था। राजकुमार एंड्रू से उनका विवाह २३ जुलाई १९८६ को हुआ था। उनके विवाह पर एंड्रू को योक् के ड्यूक के खिताब से नवाज़ा गया था, जिसके कारण वे यॉर्क की डचेस बन गयी(तलख के बाद अविवाहित रहने के कारण यह उपदि अभी भी उनके साथ है<ref name=TRF>{{Cite web |url=http://www.royal.gov.uk/pdf/Coats%20of%20arms/ANNEX%20C%20-%20Royal%20Family%20Aug11.pdf |title=The Royal Family |publisher=royal.gov.uk |accessdate=8 July 2012 |url-status=dead |archiveurl=httphttps://web.archive.org/web/20120617061915/http://www.royal.gov.uk/pdf/Coats%20of%20arms/ANNEX%20C%20-%20Royal%20Family%20Aug11.pdf |archivedate=17 Juneजून 2012 }}</ref><ref name=UoftheRA>{{Cite web |url=http://www.royal.gov.uk/MonarchUK/Symbols/UseroftheRoyalArms.aspx |title=Use of the Royal Arms |publisher=royal.gov.uk |accessdate=8 July 2012 |url-status=dead |archiveurl=httphttps://web.archive.org/web/20120615153623/http://www.royal.gov.uk:80/MonarchUK/Symbols/UseroftheRoyalArms.aspx |archivedate=15 Juneजून 2012 }}</ref>
)। सारा और राजकुमार की दो पुत्रियाँ हैं, [[यॉर्क की राजकुमारी बियैट्रिस|राजकुमारी बियैट्रिस]] और [[यॉर्क की राजकुमारी यूजीनी|राजकुमारी यूजीनी]], जोकि वर्त्तमान समय में ब्रिटिश सिंघासन के उत्तराधिकार के अनुक्रम में क्रमशः सातवें और आठवें स्थान पर हैं। [[राजकुमार ऐंड्र्यू, यॉर्क के ड्यूक|राजकुमार एंड्रू]] के साथ उनका तलाक़ ३० मई १९९६ को हुआ था। सारा कई किताबों की लेखक रह चुकी है, जिमें अधिकांश, बच्चों और युवाओं के लिए लिखी गयी हैं। साथ ही उन्हों ने कई दानकार्यों और चैरिटी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है, और लगातार ऐसा कार्यों को सकरांमत समर्थन भी देती रहीं हैं।