"हैदर अली": अवतरणों में अंतर

→‎टिप्पणी: यहां पर मैंने पहला एंग्लो मैसूर युद्ध दूसरा एंग्लो मैसूर युद्ध वा तीसरा एंग्लो मैसूर युद्ध को विस्तार में लिखा है।
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
Rescuing 2 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.1
पंक्ति 15:
| birth_date = लगभग १७२१
| birth_place = [[बुडीकोट]], [[कोलार जिला|कोलार]], कर्नाटक
| death_date = {{Death date|1782|12|7|df=yes}}<ref>{{cite book |last=हसन |first=मोहिब्बुल |title=History of Tipu Sultan |trans-title=टीपू सुल्तान का इतिहास |url=http://books.google.com.pk/books?id=hkbJ6xA1_jEC |accessdate=३ अक्टूबर २०१३ |year=२००५ |publisher=आकार बुक्स |isbn=8187879572 |page=२१ |language=अंग्रेज़ी |archive-url=https://web.archive.org/web/20141006142112/http://books.google.com.pk/books?id=hkbJ6xA1_jEC |archive-date=6 अक्तूबर 2014 |url-status=live }}</ref> (आयु ६०–६१)
| death_place = [[चित्तूर]], आन्ध्र प्रदेश
| burial_place = [[श्रीरंगपट्टण|श्रीरंगपट्ट्नम]], कर्नाटक<br>{{coord|12|24|36|N|76|42|50|E|display=inline,title}}
}}
'''हैदर अली''' ({{lang-kn|ಹೈದರ್ ಅಲಿ}}; १७२१&nbsp;– ७ दिसम्बर १७८२) [[दक्षिण भारत|दक्षिण भारतीय]] [[मैसूर का साम्राज्य|मैसूर राज्य]] के [[सुल्तान]] और ''वस्तुतः'' शासक थे। उनका जन्म का नाम हैदर नाइक था। वो अपने सैन्य कौशल के कारण काफी प्रतिष्ठित हुये और इसी कारण मैसूर के शासकों का ध्यान अपनी ओर खींचा। इसके परिणामस्वरूप वो [[दलवई]] (कमांडर इन चीफ अर्थात सेनाप्रमुख) पद पदोन्नत हुये। इसके बाद वो कार्यकारी राजा [[कृष्णराज वाडियार द्वितीय]] और मैसूर सरकार पर हावी हो गये। वो मैसूर राज्य के सर्वाधिकारी (मुख्यमंत्री) के रूप में १७६१ में वास्तविक राजा बने।<ref>[{{Cite web |url=http://www.royalark.net/India4/tipu3.htm |title=KHUDADAD The Family of Tipu Sultan GENEALOGY (टीपु सुल्तान वंशावली का परिवार)] |access-date=29 सितंबर 2014 |archive-url=https://web.archive.org/web/20141123023158/http://www.royalark.net/India4/tipu3.htm |archive-date=23 नवंबर 2014 |url-status=live }}</ref>
 
==टिप्पणी==