"आज्ञा चक्र": अवतरणों में अंतर

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मूलाधार , स्वाधिष्ठान , मणिपूरक , अनाहत और विशुद्ध - इन पंच चक्रों से ऊपर होने के कारण आज्ञाचक्र छठा चक्र भी कहलाता है ।<ref>{{Cite web|url=https://satsangdhyansantvani.blogspot.com/2020/01/p75-where-is-voice-of-god.html|title=P75, Where is the voice of god? "जहां सूक्ष्म नाद ध्वनि आज्ञा।..." महर्षि मेंहीं पदावली अर्थ सहित। ( इसकी टिप्पणी पढ़ें।)|last=|first=|date=|website=संतवाणी अर्थ सहित|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=2020-01-09}}</ref> [[उपनिषद्]] आज्ञाचक्रकेन्द्रविन्दु को दोनों भौंहों के बीच अन्दर में निर्दिष्ट करती है और [https://web.archive.org/web/20190711005841/https://satsangdhyansantvani.blogspot.com/ संतवाणी] दोनों आँखों के मध्य तथा नाक के आगे बारह अंगुल की दूरी पर अन्दर में ही । आज्ञाचक्रकेन्द्रविन्दु में सिमटकर अवस्थित होने पर अन्तर्योति दिखाई पड़ने के साथ - साथ अन्तर्ध्वनि भी सुनाई पड़ने लग जाती है । वह अन्तर्ध्वनि मानो साधक के लिए ब्रह्मांड में आ जाने की प्रभु - आज्ञा का शब्द हो ; क्योंकि अन्तर्योति - सह अन्तर्ध्वनि प्रत्यक्ष हो जाने पर साधक को ब्रह्मांड में प्रवेश करने की योग्यता हासिल हो जाती है । छठे चक्र को हठयोगियों - द्वारा ' आज्ञाचक्र ' कहने का यही कारण है ।
 
'''अन्य नाम'''
 
[https://web.archive.org/web/20190711004644/https://www.satsangdhyan.com/2019/02/Seminar-Expression-and-Commentary-Book-Introduction-in-Maharishi-Mehy.html पदावली] में आज्ञाचक्र को योगहृदय , योगहृदय - वृत्त , हृदय - अधर और सुखमन कहा गया है । इसी तरह आज्ञाचक्रकेन्द्रविन्दु को कई नामों से अभिहित किया गया है ; जैसे - दशम द्वार , सुखमन - मध्य , सुखमन - घाट , सुखमन - घर , सुखमन की झीनी नाल , तिल - द्वार , तिल - राह , तिल खिड़की , तीसरा तिल खिड़की , विन्दु - द्वार , विन्दु - राह , आसमान की राह , अधर , गगन , अधरभूमि , अधर - डगर , सूक्ष्म द्वार , अति में ही द्वार , तारा - मंडल , सुख - सिंधु की खिड़की , शब्द की खिड़की , ज्योति - द्वार , शहरग ( शाहरग ) , तीसरा तिल , तीसरा नयन , तिल - दरवाजा , झीना द्वार ।<br />
 
==बाहरी कड़ियाँ==
*[https://web.archive.org/web/20141110070900/http://literature.awgp.org/akhandjyoti/edition/1999/Jan/20 चरम विकास का द्वार है आज्ञाचक्र] (अखण्ड ज्योति)
*[https://web.archive.org/web/20141110065430/http://livehindustan.com/news/editorial/guestcolumn/article1-story-57-62-59824.html आज्ञा चक्र] (लाइव हिन्दुस्तान)
*[https://satsangdhyansantvani.blogspot.com/2020/01/p75-where-is-voice-of-god.html सद्गुरु महर्षि मेंहीं की वाणी में आज्ञाचक्र]