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हम जानते हैं की चन्द्रमा पृथ्वी का एक उपग्रह है, उपग्रह होने के कारण यह पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमा करता है, इस परिक्रमा के दौरान चन्द्रमा का पथ परवलयकार होता है जिसके कारण चन्द्रमा कभी पृथ्वी के निकट तो कभी पृथ्वी के सबसे अधिकतम दूरी से गुजरती है।'''Super Moon (सुपर मून)''' एक ऐसी खगोलीय घटना को कहते हैं जिसमे चन्द्रमा, पृथ्वी के सबसे करीब होता है (लगभग 3,56,500 किलोमीटर) इस स्थिति में चन्द्रमा अपनी वास्तविक स्थिति से चौदह गुना अधिक चमकीला नजर आता है। खगोल वैज्ञानिको द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार यह '''Super Moon (सुपर मून)''' की घटना लगभग हर 33 साल बाद घटित होता है।<ref>{{Cite web|url=https://www.cgnewshindi.in/2020/06/chandra-grahan-surya-grahan.html|title=Chandra Grahan (Lunar Eclipse), Surya Grahan (Solar Eclipse): जानें चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण कैसे होता है|access-date=2020-06-18}}</ref>
 
जैसा की हमें पता हर महीने में कम से कम एक बार पूर्णिमा का दिन आता है जिसमे चाँद पूरा और चमकदार दिखाई देता है, परन्तु यह घटना महीने में अगर दो बार घटित हो तो दूसरे Full Moon अर्थात पूर्णिमा को हम '''Blue Moon (ब्लू मून)''' के नाम से जानते हैं।<ref>{{Cite web|url=https://www.cgnewshindi.in/2020/06/chandra-grahan-surya-grahan.html|title=Chandra Grahan (Lunar Eclipse), Surya Grahan (Solar Eclipse): जानें चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण कैसे होता है|last=|first=|date=07/06/2020|website=|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=2020-06-18}}</ref>
 
[[चित्र:Geometry of a Lunar Eclipse-hi.svg|thumb|250px|thumb|चन्द्रग्रहण का सरलीकृत चित्रण]]