"दु:ख": अवतरणों में अंतर
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दु:ख विभिन्न प्रकार से प्रकट हो सकता है। इसमें रोना, उदास चहरे का दिखाई देना, चेहरे का लाल-लाल होना, चुप्पी साधना, दुनिया से अलग रहना हो सकते हैं। कुछ लोग दु:खी तो होते हैं पर अपनी भावना को छिपा लेते हैं।
दुख, जिंदगी में कभी - कभी उस राह पे लाके खड़ी कर देती है , जहां से लौटना नामुमकिन और आगे बढ़ना मुश्किल हो जाता है । जिंदगी में उस पल को जीना और उससे पार पा लेना व्यक्ति के व्यक्तित्व की परीक्षा होती है।
==इन्हें भी देखें==
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