"हनुमान चालीसा": अवतरणों में अंतर

Rescuing 2 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.1
हनुमान चालीसा हिन्दी में
पंक्ति 2:
[[File:Goswami Tulsidas Awadhi Hindi Poet.jpg|thumb|गोस्वामी तुलसीदास]]
[[File:Hanuman Chalisa at Hanuman Jayanti.jpg|thumb|[[हनुमान जयंती]] के अवसर पर सामूहिक हनुमान चालीसा पढ़ते श्रद्धालु]]
'''हनुमान चालीसा-'''https://www.newshelp.in/hanuman-chalisa/ [[तुलसीदास]] की [[अवधी]] में लिखी एक काव्यात्मक कृति है जिसमें प्रभु [[राम]] के महान भक्त [[हनुमान]] के गुणों एवं कार्यों का चालीस [[चौपाई|चौपाइयों]] में वर्णन है। यह अत्यन्त लघु रचना है जिसमें पवनपुत्र श्री हनुमान जी की सुन्दर स्तुति की गई है। इसमें बजरंग बली‍ की भावपूर्ण वन्दना तो है ही, श्रीराम का व्यक्तित्व भी सरल शब्दों में उकेरा गया है।
 
'चालीसा' शब्द से अभिप्राय 'चालीस' (४०) का है क्योंकि इस स्तुति में ४० छन्द हैं (परिचय के २ दोहों को छोड़कर)।