"योग": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:Sivakempfort.jpg|thumb|right|200px|[[पद्मासन]] मुद्रा में यौगिक ध्यानस्थ [[शिव]]-मूर्ति]]
'''एकयुप्रेशर योग नेचुरोपैथी काउंसिल के संस्थापक डा0 श्री प्रकाश बरनवाल का कहना है कि'''
इतनी प्रसिद्धि के बाद पहली बार ११ दिसम्बर २०१४ को [[संयुक्त राष्ट्रसंघ|संयुक्त राष्ट्र महासभा ]] ने प्रत्येक वर्ष २१ जून को [[विश्व योग दिवस]] के रूप में मान्यता दी है। [[परिभाषा]] ऐसी होनी चाहिए जो अव्याप्ति और अतिव्याप्ति दोषों से मुक्त हो, योग शब्द के वाच्यार्थ का ऐसा लक्षण बतला सके जो प्रत्येक प्रसंग के लिये उपयुक्त हो और योग के सिवाय किसी अन्य वस्तु के लिये उपयुक्त न हो। [[भगवद्गीता]] प्रतिष्ठित ग्रंथ माना जाता है। उसमें योग शब्द का कई बार प्रयोग हुआ है, कभी अकेले और कभी सविशेषण, जैसे बुद्धियोग, सन्यासयोग, कर्मयोग। वेदोत्तर काल में [[भक्तियोग]] और [[हठयोग]] नाम भी प्रचलित हो गए हैं। पतंजलि योगदर्शन में क्रियायोग शब्द देखने में आता है। [[पाशुपत योग]] और [[माहेश्वर योग]] जैसे शब्दों के भी प्रसंग मिलते है। इन सब स्थलों में योग शब्द के जो अर्थ हैं वह एक दूसरे से भिन्न हैं ।
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