"आचार्य चतुरसेन शास्त्री": अवतरणों में अंतर

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===उपन्यास===
: ''[[वैशाली की नगरवधू]],<ref>https://www.yayawar.in/2015/11/book-review-vaishali-ki-nagarvadhu-by-chatursen.html</ref> [[सोमनाथ मन्दिर|सोमनाथ]] , वयंरक्षामः, गोली, सोना और खून (तीन खंड), रक्त की प्यास, हृदय की प्यास, अमर अभिलाषा, नरमेघ, अपराजिता, धर्मपुत्र
: देवांगना-इस उपन्यास के संदर्भ में चतुरसेन शास्त्री लिखते हैं कि- "हमारा यह उपन्यास बारहवीं शताब्दी के अन्तिम चरण की घटनाओं पर आधारित है।"<ref>{{cite book |last1=चतुरसेन |first1=शास्त्री |title=देवांगना |date=2014 |publisher=राजपाल एंड सन्ज़ |location=नई दिल्ली |isbn=978-93-5064-270-2 |page=आमुख |accessdate=23 जून 2020}}</ref>
 
===नाटक===