"डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल": अवतरणों में अंतर

No edit summary
छोNo edit summary
पंक्ति 4:
 
'''डी एन ए''' जीवित कोशिकाओं के [[गुणसूत्र|गुणसूत्रों]] में पाए जाने वाले तंतुनुमा अणु को डी-ऑक्सीराइबोन्यूक्लिक अम्ल या ''' डी एन ए ''' कहते हैं। इसमें [[अनुवांशिक कूट]] निबद्ध रहता है। डी एन ए अणु की संरचना घुमावदार सीढ़ी की तरह होती है। <ref name="WatsonCrick1953">{{cite journal|last1=Watson|first1=J. D.|last2=Crick|first2=F. H. C.|title=Molecular Structure of Nucleic Acids: A Structure for Deoxyribose Nucleic Acid|journal=Nature|volume=171|issue=4356|year=1953|pages=737–738|issn=0028-0836|doi=10.1038/171737a0}}</ref>
 
 
डीएनए का एक अणु चार अलग-अलग वस्तुओं से बना है जिन्हें [[न्यूक्लियोटाइड]] कहते है। हर न्यूक्लियोटाइड एक नाइट्रोजन युक्त वस्तु है। इन चार न्यूक्लियोटाइडोन को [[एडेनिन]], ग्वानिन, थाइमिन और साइटोसिन कहा जाता है। इन न्यूक्लियोटाइडों से युक्त डिऑक्सीराइबोस नाम का एक शक्कर भी पाया जाता है। इन न्यूक्लियोटाइडों को एक फॉस्फेट की अणु जोड़ती है। न्यूक्लियोटाइडों के सम्बन्ध के अनुसार एक कोशिका के लिए अवश्य प्रोटीनों की निर्माण होता है। अतः डी एन ए हर एक जीवित कोशिका के लिए अनिवार्य है।