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[[चित्र:राष्ट्रीय पर्यावरण शहीदी स्मारक खेजडली, जोधपुर .jpg|अंगूठाकार|खेजड़ली वृक्षार्थ बलिदान स्थल]]
 
खेजड़ली एक गांव है जो [[राजस्थान]] के जोधपुर ज़िले में स्थित है यह दक्षिण-पूर्व से जोधपुर शहर से 26 किलोमीटर दूर है। खेजड़ली गांव का नाम [[खेजड़ी]] (Prosopic cineraria) पर रखा गया। 12सितम्बर1730 में इस गांव में [[खेजड़ी]] को बचाने के लिए [[अमृता देवी]] बिश्नोई तथा कुल 363 [[बिश्नोई]] लोगों ने बलिदान दिया था। यह [[चिपको आन्दोलन|चिपको आंदोलन]] की पहली घटना थी जिसमें पेड़ों की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया गया।।[[चोरासी गांव]]।चोरासी गांव के बिश्नोई समाज के लोंग खेजड़ली बलिदान में शहीद होने के लिए शामिल हुए थे।।[[चोरासी गांव की सूची]]।[[सामाजिक न्यायिक मुख्यालय]]।बिश्नोई समाज के चोरासी गांवों का सामाजिक न्यायिक मुख्यालय खैजड़ली शहीद स्थल हैं।
 
{{सही}}==सन्दर्भ==