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== प्रसिद्ध पूर्वछात्र ==
* डॉ॰ [[शंकर दयाल शर्मा]], भारत के पूर्व राष्ट्रपति
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ॰ [[शंकर दयाल शर्मा]], योजना आयोग के पूर्व अक्ष्यक्ष- श्री [[के. सी. पंत]], पूर्व मुख्य न्यायधीश-श्री [[ए. एस. आनन्द]], पूर्व राज्यपाल - श्री [[सुरजीत सिंह बरनाला]] (तमिलनाडु), श्री [[सैयद सिब्ते रजी]] (झारखंड) के अतिरिक्त अनेक पत्रकार, साहित्यकार, वैज्ञानिक, कलाकार, चिकित्सक एवं प्रशासनिक आधिकारी यहाँ के छात्र रहे है। गर्व का विषय है कि प्रो॰ [[टी. एन. मजूमदार]], प्रो॰ [[डी. पी. मुखर्जी]], प्रो॰ [[कैमरॉन]], प्रो॰ [[बीरबल साहनी]], प्रो॰ [[राधाकमल मुखर्जी]], प्रो॰ [[राधाकुमुद मुखजी]], प्रो॰ [[सिद्धान्त]], [[आचार्य नरेन्द्र देव]], प्रो॰ [[काली प्रसाद]], डॉ॰ [[पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल]], प्रो॰ [[सूर्यप्रसाद दीक्षित]], [[रमेश कुन्तल मेघ]], प्रो॰ [[शंकरलाल यादव]], प्रो0 ओम् प्रकाश पाण्डेय आदि विद्वानों ने अपने ज्ञान के आलोक से लखनऊ विश्वविद्यालय को प्रकाशित किया है।
* श्री [[के. सी. पंत]], , योजना आयोग के पूर्व अध्यक्ष
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ॰ [[शंकर दयाल शर्मा]], योजना आयोग के पूर्व अक्ष्यक्ष- श्री [[के. सी. पंत]], पूर्व मुख्य न्यायधीश-श्री [[ए. एस. आनन्द]], पूर्व राज्यपाल - श्री [[सुरजीत सिंह बरनाला]] (तमिलनाडु), श्री [[सैयद सिब्ते रजी]] (झारखंड) के अतिरिक्त अनेक पत्रकार, साहित्यकार, वैज्ञानिक, कलाकार, चिकित्सक एवं प्रशासनिक आधिकारी यहाँ के छात्र रहे है। गर्व का विषय है कि प्रो॰ [[टी. एन. मजूमदार]], प्रो॰ [[डी. पी. मुखर्जी]], प्रो॰ [[कैमरॉन]], प्रो॰ [[बीरबल साहनी]], प्रो॰ [[राधाकमल मुखर्जी]], प्रो॰ [[राधाकुमुद मुखजी]], प्रो॰ [[सिद्धान्त]], [[आचार्य नरेन्द्र देव]], प्रो॰ [[काली प्रसाद]], डॉ॰ [[पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल]], प्रो॰ [[सूर्यप्रसाद दीक्षित]], [[रमेश कुन्तल मेघ]], प्रो॰ [[शंकरलाल यादव]], प्रो0 ओम् प्रकाश पाण्डेय आदि विद्वानों ने अपने ज्ञान के आलोक से लखनऊ विश्वविद्यालय को प्रकाशित किया है।
 
विश्वविद्यालय में समय-समय पर अनेक अन्तर्राष्ट्रीय-राष्ट्रीय संगोष्ठियॉ आयोजित की जाती हैं। सन् २००२ में राष्ट्रीय विज्ञान काँग्रेस का आयोजन भी एक विशेष उपलब्धि है जिसमें भारत रत्न से विभूषित, भारत के राष्ट्रपति महामहिम श्री ए०पी०जे० अब्दुल कलाम, प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेई, राज्यपाल - श्री विष्णुकान्त शास्त्री के साथ अनेक अन्तर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध वैज्ञानिको ने सहभागिता की थी। सम्प्रति, लखनऊ विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की कमेटी ने सर्वांगीण क्षेत्रों में गुणवत्ता के लिए 'फोर स्टार' प्रदान किये हैं। आजकल प्रो॰आलोक राय लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति हैं।