"गुरमुखी लिपि": अवतरणों में अंतर
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'''गुरमुखी लिपि''' (ਗੁਰਮੁਖੀ ਲਿਪੀ) एक [[लिपि]] है जिसमें [[पंजाबी भाषा]] लिखी जाती है।
गुरुमुखी का अर्थ है गुरुओं के मुख से निकली हुई। अवश्य ही यह शब्द ‘वाणी’ का द्योतक रहा होगा, क्योंकि मुख से लिपि का कोई संबंध नहीं है। किंतु वाणी से चलकर उस वाणी कि अक्षरों के लिए यह नाम रूढ़ हो गया। इस प्रकार गुरूओं ने अपने प्रभाव से पंजाब में एक भारतीय लिपि को प्रचलित किया। वरना सिंध की तरह पंजाब में भी फारसी लिपि का प्रचलन हो रहा था और वही बना रह सकता था।
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