"जलालुद्दीन रूमी": अवतरणों में अंतर

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रूमी की कविताओं में प्रेम और ईश्वर भक्ति का सुंदर समिश्रण है। इनको ''हुस्न'' और ''ख़ुदा'' के बारे में लिखने के लिए जाना जाता है।
 
:माशूकमाशूके चूँ आफ़्ताब ताबां गरदद।
:आशक़ बे मिस्लमिसाल-ए-ज़र्र-ए-गरदान गरदद।
:चूँ बाद-ए-बहार-ए-इश्क़ जोंबांजनबाँ गरदद।
:हर शाख़ के ख़ुश्क नीस्त, रक़सां गरदद।