"रामायण": अवतरणों में अंतर
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अन्य रामायण
सनातन धर्म के धार्मिक लेखक [[तुलसीदास]] जी के अनुसार सर्वप्रथम श्री [[राम]] की कथा भगवान श्री [[शंकर]] ने माता [[पार्वती]] जी को सुनायी थी। जहाँ पर भगवान शंकर पार्वती जी को भगवान श्री राम की कथा सुना रहे थे वहाँ कागा (कौवा) का एक घोंसला था और उसके भीतर बैठा कागा भी उस कथा को सुन रहा था। कथा पूरी होने के पहले ही माता पार्वती को नींद आ गई पर उस पक्षी ने पूरी कथा सुन ली। उसी पक्षी का पुनर्जन्म [[काकभुशुण्डि]]{{Ref_label|Kak|घ|none}} के रूप में हुआ। काकभुशुण्डि जी ने यह कथा [[गरुड़]] जी को सुनाई। भगवान श्री शंकर के मुख से निकली श्रीराम की यह पवित्र कथा [[अध्यात्म रामायण]] के नाम से प्रख्यात है। अध्यात्म रामायण को ही विश्व का सर्वप्रथम रामायण माना जाता है।
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