"धातु (संस्कृत के क्रिया शब्द)": अवतरणों में अंतर
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Bhut se sudhar kiye hn jo Ki dekhne par sabhi ko achcha v lagega or interesting Bhai...dhanyavad🙏🏻🙏🏻🙏🏻 टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
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व्याकरणशास्त्र में पाँच अंगों की परम्परा दिखती है। इसीलिये 'पंचांग व्याकरण' भी प्रसिद्ध है। पाँच अंग ये हैं- सूत्रपाठ, '''धातुपाठ''', गणपाठ, उणादिपाठ तथा लिंगानुशासन। इन पाँच अंगों में से धातुपाठ अतिमहत्वपूर्ण है। प्रायः सभी शब्दों की व्युत्पत्ति धातुओं से की जाती है। कहा गया है - ''सर्वं च नाम धातुजमाह'' ।
अनेकों वैयाकरणों ने धातुपाठों का प्रवचन किया है। श्रीमान [[युधिष्ठिर मीमांसक]] ने व्याकरशास्त्र के इतिहास में २६ वैयाकरणों का उल्लेख किया है।
== धातुओं से व्युत्पन्न कुछ शब्दों के उदाहरण ==
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