"स्टुअर्ट राजघराना": अवतरणों में अंतर

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'''स्टुअर्ट घराना''', मूल नाम:'''स्टीवर्ट''', [[स्कॉटलैंड राज्य | स्कॉटलैंड]], [[इंग्लैंड]], [[आयरलैंड]] और बाद में ग्रेट ब्रिटेन का एक शाही घर था, जिसमें ब्रिटनी के साथ ऐतिहासिक संबंध थे।.<ref>https://archive.org/stream/scotspeeragefoun01paul#page/8/mode/2up</ref> परिवार का नाम स्वयं स्कॉटलैंड के हाई स्टीवर्ड के कार्यालय से आता है, जो परिवार के स्कोनियन वाल्टर फिट्ज़ एलन (1150) के पास था। "स्टीवर्ट" और विविधताएं नाम उनके पोते, वाल्टर स्टीवर्ट के समय तक एक पारिवारिक नाम के रूप में स्थापित हो गए थे। स्टीवर्ट लाइन के पहले राजा रॉबर्ट द्वितीय थे जिनके वंशज 1371 में [[स्कॉटलैंड के राजा]] और रानी थे, जब तक कि [[विलय के अधिनियम, १७०७| 1707 में इंग्लैंड के साथ संघ]] नहीं बन गया। मैरी, स्कोट्स की रानी को [[फ्रांस]] में लाया गया था जहां उन्होंने स्टुअर्ट नाम की फ्रांसीसी वर्तनी को अपनाया था।
{{स्रोतहीन|date=अगस्त 2019}}
 
एलिजाबेथ की 1603 में मृत्यु के बाद इंग्लैंड पर जिस वंश की स्थापना हुई उससे स्टुअर्ट वंश कहते हैं स्टुअर्ट वंश का पहला शासक जेम्स था जिसका पुत्र चार्ल्स प्रथम था जेम्स प्रथम ने कहा था कि राजा पति है और सारा द्वीप उसकी विधि सम्मत पत्नी है जेम्स प्रथम के पुत्र चार्ल्स प्रथम की पत्नी का नाम है हेनरिटा मारिया ।वह चार्ल्स की एक प्रमुख सलाहकार थी जिसके चरित्र ने पयूरिटिन क्रांति में विस्फोट की भूमिका निभाई थी तथा जेम्स प्रथम के पुत्र चार्ल्स प्रथम को 30 जनवरी 1649 को राजद्रोह के आरोप में फांसी की सजा दी गई थी जबकि उसे युद्ध में पराजित करने का श्रेय क्रॉमवेल को दिया जाता है और ऐसा माना जाता है कि चार्ल्स प्रथम ने अवैध तरीके से धन इकट्ठा किया था उसने संसद की स्वीकृति के बगैर अनेक कर लगाएं तथा अनेक व्यापारिक कंपनियों को कुछ चीजों के व्यापार का एकाधिकार देकर उनसे धन वसूल किया और साथ ही साथ जिन लोगों ने राजा के आदेश को नहीं माना उन पर भी भारी जुर्माना लगाया इस प्रकार चार्ल्स प्रथम ने धन कमाने के अवैध तरीके अपनाएं ।इंग्लैंड में चार्ल्स प्रथम और संसद के बीच जो युद्ध हुआ था उस युद्ध में संसद की विजय हुई थी ।चार्ल्स प्रथम तथा संसद के बीच झगड़े का प्रमुख कारण जेम्स प्रथम की देवी अधिकारों के सिद्धांत, चार्ल्स प्रथम की निरंकुश तथा अत्याचार पूर्ण नीति थे। स्टुअर्ट वंश के राजाओं का कैथोलिक धर्म के प्रति झुकाव था जबकि संसद कैथोलिक धर्म की विरोधी थी ।यह भी राजा और संसद के बीच झगड़े का एक कारण था इसके पूर्व में भी जेम्स प्रथम तथा संसद के बीच संघर्ष हुआ था तब जेम्स प्रथम के समय 4 बार संसद बुलाया गया था सर्वप्रथम 1604 ईस्वी में फिर 1614 ईसवी में फिर 1621 ईसवी में और फिर 1624 ईस्वी में। इस विवाद के प्रमुख दो कारण थे पहला यह कि क्या राजा को शासन करने के अधिकार ईश्वर से मिले हैं या संसद से, दूसरा कारण क्या राजा अपनी इच्छा अनुसार शासन कर सकता है या देश के कानून का उल्लंघन कर सकता है राजा के विरोधियों ने कहा कि राजा को शासन का अधिकार संसद से प्राप्त होता है ना कि ईश्वर से दूसरा उन्होंने कहा कि राजा की शक्ति कानून द्वारा सीमित होनी चाहिए ना कि राजा को मनमानी करने का अधिकार होना चाहिए इन सैद्धांतिक प्रश्नों के अतिरिक्त कुछ व्यावहारिक तथा कुछ तात्कालिक समस्याएं भी थी जिन्हें लेकर जेम्स प्रथम और संसद के बीच झगड़ा चलता रहा।
==इतिहास==
स्टुअर्ट घराना [[एलिजाबेथ प्रथम]] की 1603 में मृत्यु के बाद [[इंग्लैंड]] परमें जिसस्थापित वंशराजवंश की स्थापना हुई उससेथा। स्टुअर्ट वंश कहते हैं स्टुअर्ट वंश काके पहला शासक जेम्स[[इंग्लैंड थाके जिसका पुत्र चार्ल्सजेम्स प्रथम था| जेम्स प्रथम]] नेथे कहाजिसका थापुत्र कि राजा पति है और सारा द्वीप उसकी विधि सम्मत पत्नी है जेम्स प्रथम[[इंग्लैंड के पुत्र चार्ल्स प्रथम]] कीथे जिनकी पत्नी का नाम है [[हेनरिटा मारिया]] ।वहथा। वह चार्ल्स की एक प्रमुख सलाहकार थी जिसके चरित्र ने पयूरिटिन क्रांति में विस्फोट की भूमिका निभाई थी तथा जेम्स प्रथम के पुत्र चार्ल्स प्रथम को 30 जनवरी 1649 को [[राजद्रोह]] के आरोप में फांसी की सजा दी गई थी जबकि उसे युद्ध में पराजित करने का श्रेय [[ऑलिवर क्रॉमवेल]] को दिया जाता है और ऐसा माना जाता है कि चार्ल्स प्रथम ने अवैध तरीके से धन इकट्ठा किया था उसने [[ब्रिटिश संसद| संसद]] की स्वीकृति के बगैर अनेक कर लगाएं तथा अनेक व्यापारिक कंपनियों को कुछ चीजों के व्यापार का एकाधिकार देकर उनसे धन वसूल किया और साथ ही साथ जिन लोगों ने राजा के आदेश को नहीं माना उन पर भी भारी जुर्माना लगाया इस प्रकार चार्ल्स प्रथम ने धन कमाने के अवैध तरीके अपनाएंअपनाएं। ।इंग्लैंडइंग्लैंड में चार्ल्स प्रथम और संसद के बीच जो युद्ध हुआ था उस युद्ध में संसद की विजय हुई थी ।चार्ल्स प्रथम तथा संसद के बीच झगड़े का प्रमुख कारण जेम्स प्रथम की देवी अधिकारों के सिद्धांत, चार्ल्स प्रथम की निरंकुश तथा अत्याचार पूर्ण नीति थे। स्टुअर्ट वंश के राजाओं का कैथोलिक धर्म के प्रति झुकाव था जबकि संसद [[कैथोलिक धर्म]] की विरोधी थीथी। ।यहयह भी राजा और संसद के बीच झगड़े का एक कारण था इसके पूर्व में भी [[जेम्स प्रथम]] तथा संसद के बीच संघर्ष हुआ था तब जेम्स प्रथम के समय 4 बार संसद बुलाया गया था सर्वप्रथम 1604 ईस्वी में फिर 1614 ईसवी में फिर 1621 ईसवी में और फिर 1624 ईस्वी में। इस विवाद के प्रमुख दो कारण थे पहला यह कि क्या राजा को शासन करने के अधिकार ईश्वर से मिले हैं या [[संसद]] से, दूसरा कारण क्या राजा अपनी इच्छा अनुसार शासन कर सकता है या देश के कानून का उल्लंघन कर सकता है राजा के विरोधियों ने कहा कि राजा को शासन का अधिकार संसद से प्राप्त होता है ना कि ईश्वर से दूसरा उन्होंने कहा कि राजा की शक्ति कानून द्वारा सीमित होनी चाहिए ना कि राजा को मनमानी करने का अधिकार होना चाहिए इन सैद्धांतिक प्रश्नों के अतिरिक्त कुछ व्यावहारिक तथा कुछ तात्कालिक समस्याएं भी थी जिन्हें लेकर जेम्स प्रथम और संसद के बीच झगड़ा चलता रहा।
 
सिंहासन के हारने के बाद, जेम्स सप्तम और द्वितीय के वंशजों को [[जैकबवाद | जैकबाइट्स]] के रूप में जाना जाने लगा और कई पीढ़ियों तक अंग्रेजी (और बाद में ब्रिटिश) को फिर से सही [[ब्रिटिश सिंघासन का उत्तराधिकार क्रम | उत्तराधिकारी]] के रूप में सिंहासन पर बिठाने का प्रयास जारी रहा, हालाँकि 19 वीं सदी के प्रारंभ से ही स्टुअर्ट परिवार से अधिक सक्रिय दावेदार नहीं रहे हैं।
 
==सूचि==
 
==बाहरी कड़ियाँ==
{{Commons category|House of Stuart}}
* [http://www.royal.gov.uk/output/Page72.asp Stewart Scotland] on the official website of the British monarchy
* [http://www.royal.gov.uk/output/Page74.asp Stuart Britain] on the official website of the British monarchy
* [http://www.royal.gov.uk/output/Page73.asp Jacobites] on the official website of the British monarchy
* [http://www.stewartsofcampbeltown.com Official website of the Stewarts of Argyll]
 
[[श्रेणी:यूनाइटेड किंगडम का इतिहास]]
[[श्रेणी:स्कॉटलैंड का इतिहास]]