"जगमोहन सिंह": अवतरणों में अंतर

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'''ठाकुर जगमोहन सिंह''' (४ अगस्त १८५७ - १८९९) [[हिन्दी]] के भारतेन्दुयुगीन [[कवि]], [[आलोचना|आलोचक]] और [[उपन्यास]]कार थे। उन्होंने सन् 1880 से 1882 तक [[धमतरी]] में और सन् 1882 से 1887 तक [[शिवरी नारायण|शिवरीनारायण]] में तहसीलदार और मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य किया। [[छत्तीसगढ़]] के बिखरे साहित्यकारों को [[जगन्मोहन मण्डल|जगन्मोहन मंडल]] बनाकर एक सूत्र में पिरोया और उन्हें लेखन की सही दिशा भी दी। जगन्मोहन मंडल [[काशी]] के [[भारतेन्दु मंडल]] की तर्ज में बनी एक साहित्यिक संस्था थी।
 
[[हिन्दी|हिंदी]] के अतिरिक्त [[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] और [[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेजी]] साहित्य की उन्हें अच्छी जानकारी थी। ठाकुर साहब मूलत: कवि ही थे। उन्होंने अपनी रचनाओं द्वारा नई और पुरानी दोनों प्रकार की काव्यप्रवृत्तियों का पोषण किया।