"रथयात्रा": अवतरणों में अंतर
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→महाप्रसाद का गौरव: रथयात्रा की शुरुआत पुरी के राजा गजपति महाराज द्वारा सोने की झाड़ू से रास्ते को साफ किया जाता है। इसे "छेरा-पंहरा" की रस्म अदा करना कहते है। टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
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== महाप्रसाद का गौरव ==
रथयात्रा में सबसे आगे ताल ध्वज पर श्री बलराम, उसके पीछे पद्म ध्वज रथ पर माता सुभद्रा व सुदर्शन चक्र और अन्त में गरुण ध्वज पर या नन्दीघोष नाम के रथ पर श्री जगन्नाथ जी सबसे पीछे चलते हैं। तालध्वज रथ ६५ फीट लंबा, ६५ फीट चौड़ा और ४५ फीट ऊँचा है। इसमें ७ फीट व्यास के १७ पहिये लगे हैं। बलभद्र जी का रथ ''तालध्वज'' और सुभद्रा जी का रथ को ''देवलन'' जगन्नाथ जी के रथ से कुछ छोटे हैं।
== जनकपुर मौसी का घर ==
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