"जतरा भगत": अवतरणों में अंतर

छो टाना भगत आंदोलन के कारण टाना भगत अंग्रेजों के बेरहम और दयनीय रवैये से असंतुष्ट थीं, इसके अलावा पुलिस और ज़मींदार भी उनके प्रति दमनकारी थे। इन स्थितियों ने उरांवों के बीच एक विद्रोही रवैया पैदा किया। आंदोलन के अनुयायी जतरा भगत और सिबू भगत धार्मिक रूप से प्रभावित थे। जतरा भगत ने कृषि संबंधी मुद्दों को सामने लाया और अंग्रेजी हुकूमत को किराया न देने का अभियान चलाया। जतरा भगत की मृत्यु के बाद देवमनियां भगत, सिबू भगत, बलराम भगत और भीखू भगत ने आंदोलन का कमान संभाला।
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[[श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन]]
 
[https://www.jharkhandjobportal.com/2020/07/tana-bhagat-andolan.html टाना भगत आंदोलन]
 
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