"नई शिक्षा नीति 2020": अवतरणों में अंतर

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== प्रमुख परिवर्तन ==
इस नई नीति में [[मानव संसाधन मंत्रालय, भारत सरकार|मानव संसाधन मंत्रालय]] का नाम पुन: शिक्षा मंत्रालय करने का फैसला लिया गया है। इसमें समस्त उच्च शिक्षा ([[भारत में विधिक शिक्षा|कानूनी]] एवं चिकित्सीय शिक्षा को छोड़कर) के लिए एक एकल निकाय के रूप में [[भारत उच्च शिक्षा आयोग]] का गठन करने का प्रावधान है।<ref>{{cite news |title=New Education Policy 2020 : 5वीं तक पढ़ाई अब मातृभाषा में, स्नातक तक प्रवेश की एक परीक्षा |url=https://www.amarujala.com/india-news/big-changes-in-school-education-to-higher-education-here-is-all-you-need-to-know-about-new-education-policy?pageId=2 |accessdate=31 जुलाई 2020 |work=[[अमर उजाला]] |language=hi}}</ref> संगीत, खेल, योग आदि को सहायक पाठ्यक्रम या अतिरिक्त पाठ्यक्रम की बजाय मुख्य पाठ्यक्रम में ही जोड़ा जाएगा। शिक्षा तंत्र पे सकल घरेलू उत्पाद का कुल 6 फीसदी खर्च करने का लक्ष्य है जो फिलहाल 4.43% है। [[ऍम॰ फिल॰]] को समाप्त किया जायेगा। अब अनुसंधान में जाने के लिये तीन साल की स्नातक डिग्री के बाद एक साल स्नातकोत्तर करके पीएचडी में प्रवेश लिया जा सकता है।<ref name="आज तकनवभारत"/> नीति में शिक्षकों के प्रशिक्षण पर खास जोर दिया गया है, व्यापक सुधार के लिए शिक्षक प्रशिक्षण और सभी शिक्षा कार्यक्रमों को विश्वविद्यालयों या कॉलेजों के स्तर पर शामिल करने की सिफारिश की गई है। प्राइवेट स्कूलों में मनमाने ढंग से फीस रखने और बढ़ाने को भी रोकने का प्रयास किया जाएगा। पहले स्ट्रीम के अनुसार विषय चुने जाते थे किंतु अब उसमें भी बदलाव किया गया है, जैसे आप इंजीनियरिंग कर रहे हैं और आपको संगीत का भी शौक है तो आप उस विषय को भी साथ में पढ़ सकते हैं। [[नेशनल साइंस फाउंडेशन]] के तर्ज पर [[नेशनल रिसर्च फाउंडेशन]] लाई जाएगी, जिससे पाठ्यक्रम में [[विज्ञान]] के साथ [[सामाजिक विज्ञान]] को भी शामिल किया जाएगा। नीति में पहले और दूसरे कक्षा में गणित और भाषा एवं चौथे और पांचवें कक्षा के बालकों के लेखन पर जोड़ देने की बात कही गई है।<ref>{{cite webnews |title=नई शिक्षा नीति: पढ़ाई, परीक्षा, रिपोर्ट कार्ड सब में होंगे ये बड़े बदलाव |url=https://mnavbharattimes.aajtakindiatimes.incom/job-alerts-education-news-general-news-current-affairsopinion/galleryeditorial/new-education-policy-board-exam-system-ug-know-what-will-change-nep-tedu-53827-2020-07-30 |website=https:/articleshow/m77276151.aajtak.incms |accessdate=3031 जुलाई 2020 |work=नवभारत टाइम्स |language=hi}}</ref> स्कूलों[[ऍम॰ में 10+2 फार्मेट के स्थान पर 5+3+3+4 फार्मेटफिल॰]] को शामिलसमाप्त किया जाएगा।जायेगा। इसकेअब तहत पहले पांच सालअनुसंधान में प्री-प्राइमरी स्कूलजाने के लिये तीन साल औरकी कक्षास्नातक एक और कक्षा दो सहित फाउंडेशन स्टेज शामिल होंगे, पहले जहां सरकारी स्कूल कक्षा एक से शुरू होती थी वहीं अब तीन साल के प्री-प्राइमरीडिग्री के बाद कक्षा एक शुरू होगी। इसके बाद कक्षा 3-5 के तीन साल शामिलस्नातकोत्तर हैं।करके इसकेपीएचडी बादमें 3प्रवेश साललिया काजा मिडिलसकता स्टेज आएगा यानी कक्षा 6 से 8 तक की कक्षा। चौथा स्टेज (कक्षा 9 से 12वीं तक का) 4 साल का होगा, पहले जहां 11 से विषय चुनने की आज़ादी थी वहीं अब 9 से रहेगी।है।<ref>{{cite web |titlename=नई"आज शिक्षा नीति 2020 : स्कूल एजुकेशन, बोर्ड एग्जाम, ग्रेजुएशन डिग्री में हुए बड़े बदलाव, जानें 20 खास बातें |url=https:तक"//www.google.com/livehindustan.com/career/story-national-education-policy-2020-school-class-board-exam-pattern-changed-graduation-degree-mphil-ugc-aicte-scrapped-know-nep-important-points-3385259.amp.html> |website=www.livehindustan.com |accessdate=30 जुलाई 2020}}</ref>
 
नीति में शिक्षकों के प्रशिक्षण पर खास जोर दिया गया है। व्यापक सुधार के लिए शिक्षक प्रशिक्षण और सभी शिक्षा कार्यक्रमों को विश्वविद्यालयों या कॉलेजों के स्तर पर शामिल करने की सिफारिश की गई है। प्राइवेट स्कूलों में मनमाने ढंग से फीस रखने और बढ़ाने को भी रोकने का प्रयास किया जाएगा। पहले स्ट्रीम के अनुसार विषय चुने जाते थे किंतु अब उसमें भी बदलाव किया गया है। जो छात्र इंजीनियरिंग कर रहे हैं वह संगीत को भी अपने विषय के साथ पढ़ सकते हैं। [[नेशनल साइंस फाउंडेशन]] के तर्ज पर [[नेशनल रिसर्च फाउंडेशन]] लाई जाएगी जिससे पाठ्यक्रम में [[विज्ञान]] के साथ [[सामाजिक विज्ञान]] को भी शामिल किया जाएगा। नीति में पहले और दूसरे कक्षा में गणित और भाषा एवं चौथे और पांचवें कक्षा के बालकों के लेखन पर जोर देने की बात कही गई है।<ref>{{cite web |title=नई शिक्षा नीति: पढ़ाई, परीक्षा, रिपोर्ट कार्ड सब में होंगे ये बड़े बदलाव |url=https://m.aajtak.in/job-alerts-education-news-general-news-current-affairs/gallery/new-education-policy-board-exam-system-ug-know-what-will-change-nep-tedu-53827-2020-07-30 |website= आज तक |accessdate=30 जुलाई 2020 |language=hi}}</ref>
पहली से पांचवीं तक मातृभाषा का इस्तेमाल शिक्षण के माध्यम के रूप में किया जायेगा। इसमें रट्टा विद्या को ख़त्म करने की भी कोशिश की गई जिसको मौजूदा व्यवस्था की बड़ी खामी माना जाता है।<ref>{{cite news |last1=सिंह |first1=प्रोफेसर दिनेश |title=स्कूली और उच्च शिक्षा की बेड़ियां खोलेगी नई शिक्षा नीति |url=https://hindi.thequint.com/news/india/national-education-policy-2020-will-open-new-doors-du-professor-dinesh-singh |accessdate=30 जुलाई 2020 |work=[[क्विंट]] |date=29 जुलाई 2020 |language=hi}}</ref> किसी कारणवश विद्यार्थी उच्च शिक्षा के बीच में ही कोर्स छोड़ के चले जाते हैं। ऐसा करने पर उन्हें कुछ नहीं मिलता एवं उन्हें डिग्री के लिये दोबारा से नई शुरुआत करनी पड़ती है। नई नीति में पहले वर्ष पे कोर्स को छोड़ने पे [[प्रमाण पत्र]], दूसरे वर्ष पे छोड़ने पे [[डिप्लोमा]] एवं अंतिम वर्ष पे छोड़ने पे डिग्री देने का प्रावधान है।<ref>{{cite news |title=New Education Policy: अब केमिस्ट्री के साथ म्यूजिक, फिजिक्स के साथ फैशन डिजाइनिंग पढ़ सकेंगे छात्र |url=https://aajtak.intoday.in/education/story/modi-cabinet-new-education-policy-students-can-do-fashion-designing-with-physics-honors-tedu-1-1215030.html |accessdate=30 जुलाई 2020 |work=आज तक |language=hi}}</ref>
 
स्कूलों में 10+2 फार्मेट के स्थान पर 5+3+3+4 फार्मेट को शामिल किया जाएगा। इसके तहत पहले पांच साल में प्री-प्राइमरी स्कूल के तीन साल और कक्षा एक और कक्षा दो सहित फाउंडेशन स्टेज शामिल होंगे। पहले जहां सरकारी स्कूल कक्षा एक से शुरू होती थी वहीं अब तीन साल के प्री-प्राइमरी के बाद कक्षा एक शुरू होगी। इसके बाद कक्षा 3-5 के तीन साल शामिल हैं। इसके बाद 3 साल का मिडिल स्टेज आएगा यानी कक्षा 6 से 8 तक की कक्षा। चौथा स्टेज (कक्षा 9 से 12वीं तक का) 4 साल का होगा, पहले जहां 11 से विषय चुनने की आज़ादी थी वहीं अब 9 से रहेगी।<ref>{{cite web |title=नई शिक्षा नीति 2020 : स्कूल एजुकेशन, बोर्ड एग्जाम, ग्रेजुएशन डिग्री में हुए बड़े बदलाव, जानें 20 खास बातें |url=https://www.google.com/livehindustan.com/career/story-national-education-policy-2020-school-class-board-exam-pattern-changed-graduation-degree-mphil-ugc-aicte-scrapped-know-nep-important-points-3385259.amp.html |website=[[हिन्दुस्तान लाइव]] |accessdate=30 जुलाई 2020}}</ref>
 
पहली से पांचवीं तक मातृभाषा का इस्तेमाल शिक्षण के माध्यम के रूप में किया जायेगा। इसमें रट्टा विद्या को ख़त्म करने की भी कोशिश की गई जिसको मौजूदा व्यवस्था की बड़ी खामी माना जाता है।<ref>{{cite news |last1=सिंह |first1=प्रोफेसर दिनेश |title=स्कूली और उच्च शिक्षा की बेड़ियां खोलेगी नई शिक्षा नीति |url=https://hindi.thequint.com/news/india/national-education-policy-2020-will-open-new-doors-du-professor-dinesh-singh |accessdate=30 जुलाई 2020 |work=[[क्विंट]] |date=29 जुलाई 2020 |language=hi}}</ref> किसी कारणवश विद्यार्थी उच्च शिक्षा के बीच में ही कोर्स छोड़ के चले जाते हैं। ऐसा करने पर उन्हें कुछ नहीं मिलता एवं उन्हें डिग्री के लिये दोबारा से नई शुरुआत करनी पड़ती है। नई नीति में पहले वर्ष पे कोर्स को छोड़ने पे [[प्रमाण पत्र]], दूसरे वर्ष पे छोड़ने पे [[डिप्लोमा]] एवं अंतिम वर्ष पे छोड़ने पे डिग्री देने का प्रावधान है।<ref>{{cite news |title=New Education Policy: अब केमिस्ट्री के साथ म्यूजिक, फिजिक्स के साथ फैशन डिजाइनिंग पढ़ सकेंगे छात्र |url=https://aajtak.intoday.in/education/story/modi-cabinet-new-education-policy-students-can-do-fashion-designing-with-physics-honors-tedu-1-1215030.html |accessdate=30 जुलाई 2020 |work=आज तक |language=hi}}</ref>
 
== प्रतिक्रिया ==
नई शिक्षा नीति की घोषणा के उपरान्त बुद्धिजीवियों, आम जनता एवं शिक्षा जगत में मिली-जुली प्रतिक्रिया रही। वहीं मुख्यता इसमें घोषित बदलावों का स्वागत किया गया है।<ref name="नवभारत" /> लेकिन इसके कई लक्ष्य के पूरा होने पर संदेह व्यक्त किया गया। शिक्षा पर जीडीपी का छह फीसदी खर्च करने का लक्ष्य बहुत ही पुराना है जिसे फिर से दोहराया गया है। [[जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय]] के कुलपति एम॰ जगदीश कुमार ने इस शिक्षा नीति को समावेशी कहा है।<ref>{{cite news |title=नई शिक्षा नीति से कितनी बदलेगी शिक्षा व्यवस्था? जानिए-क्या कहते हैं जानकार |url=https://aajtak.intoday.in/story/modi-government-new-education-policy-expert-opinion-policy-will-promote-online-education-1-1215513.html |accessdate=31 जुलाई 2020 |work=आज तक |language=hi}}</ref>
 
कांग्रेस नेता एवं सांसद [[शशि थरूर]] का कहना है कि इस नीति में रखे कई लक्ष्य ऐसे हैं जिनकी पूर्ण होने की संभावना कम है।<ref>{{cite news |title=नई शिक्षा नीति का समर्थन कर शशि थरूर बोले- कई लक्ष्य सच्चाई से परे, बजट पर चिंता |url=https://aajtak.intoday.in/education/story/shashi-tharoor-on-new-education-policy-congress-leader-budget-modi-government-tedu-1-1215495.html |accessdate=31 जुलाई 2020 |work=आज तक |language=hi}}</ref> [[बीबीसी]] के अनुसार इस नीति में [[आरएसएस]] की पद्धति और योजना को शामिल किया गया है।<ref>{{cite news |last1=सिंह |first1=सरोज |title=नई शिक्षा नीति 2020: सिर्फ़ आरएसएस का एजेंडा या आम लोगों की बात भी |url=https://www.bbc.com/hindi/india-53593928 |accessdate=31 जुलाई 2020 |work=बीबीसी हिन्दी |date=30 जुलाई 2020 |language=hi}}</ref>
 
==सन्दर्भ==
{{टिप्पणीसूची|2}}
 
==बाहरी कड़ियाँ==
* [https://www.bbc.com/hindi/india-53581084 नई शिक्षा नीति-2020: पाँचवीं क्लास तक मातृभाषा में पढ़ाई, जानिए बड़ी बातें]
 
[[श्रेणी:भारत में शिक्षा]]