"ललितादित्य मुक्तपीड": अवतरणों में अंतर

Historical and geographical Victory add.
टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
छो 2401:4900:1A7E:91F4:A341:E10:CA04:72C9 (Talk) के संपादनों को हटाकर InternetArchiveBot के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया
टैग: वापस लिया
पंक्ति 10:
साहस और पराक्रम की प्रतिमूर्ति सम्राट ललितादित्य मुक्तापीड का नाम कश्मीर के इतिहास में सर्वोच्च स्थान पर है। उसका सैंतीस वर्ष का राज्य उसके सफल सैनिक अभियानों, उसके अद्भुत कला-कौशल-प्रेम और विश्व विजेता बनने की उसकी चाह से पहचाना जाता है। लगातार बिना थके युद्धों में व्यस्त रहना और रणक्षेत्र में अपने अनूठे सैन्य कौशल से विजय प्राप्त करना उसके स्वभाव का साक्षात्कार है। ललितादित्य ने पीकिंग को भी जीता और 12 वर्ष के पश्चात् कश्मीर लौटा।
 
कश्मीर उस समय सबसे शक्तिशाली राज्य था। उत्तर में [[तिब्बत]] से लेकर द्वारिका और उड़ीसा के सागर तट और दक्षिण तक, पूर्व में बंगाल, पश्चिम में विदिशा और मध्य एशिया तक कश्मीर का राज्य फैला हुआ था जिसकी राजधानी प्रकरसेन नगर थी। ललितादित्य की सेना की पदचाप अरण्यक ([[ईरान]]) तक पहुंच गई थी|और ईनडोनेसिया बाली तक उसने कुुषल जीते.थी।
 
|
 
== इन्हें भी देखें ==