"घुटनों का दर्द": अवतरणों में अंतर

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* कोई ऐसा बैंडेज अथवा एलास्टिक स्लीव पहनकर घुटने को धीरे धीरे दबाएं। ये दोनों वस्तुएं लगभग सभी दवाइयों की दुकानों पर मिलती है। यह सूजन को कम कर सकता है और सहारा भी देता है।
* घुटनों के नीचे अथवा बीच में एक तकिया रखकर सोएं।
'''[https://www.fitnessayurveda.online/2020/04/blog-post_24.html इसके कुछ घरेलू उपचार] -'''
 
# लगभग 2 की ग्रा आक(मदार, एकवन)की जड़ लेकर उसे धोकर उसकी मिट्टी साफ कर ले ,फिर इस जड़ को ५ ली पानी में अच्छी तरह पकाए।जब पानी आधा रह जाए तब जड़ को निकाल कर फेक दे फिर ।फिर उस पानी में लगभग २ की ग्रा गेहूं डाल दें।जब पानी जल जाय तो गेहूं कि निकालकर अच्छी तरह सुखा ले ।फिर इस गेहूं को पीसकर आटा बना ले ।अब इस आटे को रोटियां बनाकर गुड तथा देसी घी के साथ खाए।बहुत कामयाब नुस्खा है।[https://www.fitnessayurveda.online/2020/04/blog-post_24.html जोड़ो का दर्द] बहुत पुराना होगा तो वह भी ठीक हो जाएगा ।
# १२ ग्राम काले तिल को पीसकर पुराने गुड में मिला ले ।गुड भी लगभग १२ ग्राम ले दोनों को मिलाकर कर खाए तथा ऊपर से बकरी का दूध पी ले।जोड़ो के दर्द में बहुत फायदा करता है ।
# हरड़,सोंठ और अजवायन 50-50 ग्राम लेकर  सबको कूट पीसकर मिला ले ।सुबह में खाली पेट तथा रात को सोते समय एक एक चम्मच यह चूर्ण गर्म पानी के साथ फांक लें।
# सरसों का तेल 250ml और लहसुन की छिली हुई कलियां डाल दे और मध्यम आंच पर पकाएं।जब लहसुन काला पड़ जाय तब उतार ले और ठंडा कर ले।फिर इस अच्छी तरह छानकर शीशी में भर ले ।इस शीशी को दिन में धूप में रखें तथा रात में खुले आकाश में रखें। सात दिन बाद इस तेल को दर्द वाले स्थान पर लगाकर हल्की- हल्की मालिश करें।[https://www.fitnessayurveda.online/2020/04/blog-post_24.html read more]
 
[[श्रेणी:घुटने]]