"गिलगित-बल्तिस्तान": अवतरणों में अंतर

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| name = गिलगित-बल्तिस्तान (लद्दाख केन्द्र शासित प्रदेश का एक क्षेत्र )
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'''गिलगित-बल्तिस्तान''' (<small>[[उर्दू भाषा|उर्दू]]: {{Nastaliq|گلگت بلتستان}}, [[बलती भाषा|बलती]]: གིལྒིཏ་བལྟིསྟན</small>),यह भारत के केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख का एक क्षेत्र है ।जिसेजिसे पहले '''उत्तरी क्षेत्र''' या '''शुमाली इलाक़े''' (<small>{{Nastaliq|شمالی علاقہ جات}}, शुमाली इलाक़ाजात</small>) के नाम से जाना जाता था। यह भारत की उत्तरतम राजनैतिक इकाई है। इसकी सीमायें पश्चिम में [[ख़ैबर पख़्तूनख़्वा|खैबर-पख़्तूनख्वा]] से, उत्तर में [[अफ़ग़ानिस्तान]] के [[वाख़ान|वाख़ान गलियारे]] से, उत्तरपूर्व में [[चीन]] के [[शिंजियांग|शिन्जियांग प्रान्त]] से, दक्षिण में और दक्षिणपूर्व में भारतीय [[जम्मू और कश्मीर|जम्मू व कश्मीर]] केंंद्र गिलगित बाल्टिस्तान का क्षेत्रफल 72,971 वर्ग किमी (28,174 मील²) और अनुमानित जनसंख्या लगभग दस लाख है। इसका प्रशासनिक केन्द्र [[गिलगित]] शहर है, जिसकी जनसंख्या लगभग 2,50,000 है।
 
[[१९७०|1970]] में "उत्तरी क्षेत्र” नामक यह प्रशासनिक इकाई, [[गिलगित एजेंसी]], लद्दाख़ वज़ारत का [[बल्तिस्तान ज़िला]], [[हुन्ज़ा]] और [[नगर रियासत|नगर]] नामक राज्यों के विलय के पश्चात अस्तित्व में आई थी।
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=== स्वायत्त स्थिति और वर्तमान गिलगित-बल्तिस्तान ===
5अगस्त 2019को भारतीय संसद द्वारा जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम पारित किया गया ।जिसके अनुसार गिलगित बलतिस्तान केन्द्र शासित प्रदेश लद्दाख का हिस्सा बन गया है । इस क्षेत्र पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा है । 29 अगस्त 2009 को ''गिलगित-बल्तिस्तान अधिकारिता और स्व-प्रशासन आदेश 2009'', पाकिस्तानी मंत्रिमंडल द्वारा पारित किया गया था और फिर इस पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षर किए गए। यह आदेश गिलगित-बल्तिस्तान के लोगों को एक लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गयी विधानसभा के माध्यम से स्वशासन की आज्ञा देता है। पाकिस्तानी सरकार के इस कदम की पाकिस्तान, भारत के अलावा गिलगित-बल्तिस्तान में भी आलोचना की गयी है साथ ही पूरे इलाके में इसका विरोध भी किया गया है। लाइव
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