No edit summary
छो बॉट: प्रचार के रूप में लिखे सदस्य उपपृष्ठ को खाली किया।
टैग: रिक्त
 
पंक्ति 1:
{{Infobox user
<!-- INFOBOX FORMATTING -------->
| abovecolor =
| color =
| fontcolor =
| abovefontcolor =
| headerfontcolor =
| tablecolor =
<!-- LEAD INFORMATION ---------->
| title = शकीब अरसलान <!-- optional, defaults to {{BASEPAGENAME}} -->
| status =
| image = [[File:ArsalanAA.jpg|thumb|It's my own picture.]]
| image_caption = मम छायाचित्रः
| image_width = 250px
| name = शकीब अरसलान
| birthname = शकीब अरसलान
| real_name = शकीब अरसलान
| gender = पुरुष
| languages = उर्दु, हिन्दी, अंग्रेजी
| birthdate = २४ औगुस्त १९९७
| birthplace = बनारस
| location = उत्तर रदेश्
| country = भारत
| nationality = भारतीय
| ethnicity = भारतीय
| occupation = छात्र
| education = बि.कॉम
| primaryschool = रहमानीया उर्दु विद्यालय
| highschool = सोलोमन स्कुल
| college = सिटि काँलेज
| university = क्राइस्ट विश्वविद्यालय, बेंगलुरू
| hobbies = क्रिकेट,संगीत,नाच
| religion = मुस्लिम
| politics = स्वतंत्र
| movies = मनोरंजनाय
| books =
| interests = पढाई
<!-- CONTACT INFO -------------->
| email = shakeebarsalan451@gmail.com
|
| facebook = Shakeeb Arsalan
| twitter =
| joined_date =
| first_edit =
| userboxes =
}}
 
 
"समय सीमा पर काम खतम कर लेना काफी नहीं है,
मैं समय सीमा से पहले काम खतम होने की अपेक्षा करयता हूँ।"
जन्म:
 
उपर्युक्त जस्बात के साथ मैं शकिब अरसलान अपन परिचय दुनिया के समक्ष रखना चाहूँगा। मेरा जन्म २४ अगस्त १९९७ को बनारस,उत्तर प्रदेश में हुआ। हिम्मत तो कई लोगों के टुटे, पर जिन्होंने टूटते हुए हिम्मत को बढाते हुए आपने उद्येश्य को पुरा कर गए,नाम इस संसार मे उन्हीं के रह गए।
 
पढाई:
 
दुनिया में हमें लोग ऐसे तो बहुत मिलेंगे जो आपनी कमजोरी को अपनी हार मानते है,पर विजयी वही है जो कमजोरी को जान कर उन्हें अपने साहस में परिवर्तन कर लें।
बचपन के खेल-कुद से अभी तक की पढाई में वैसे तो मुझे अब तक कोई पुरस्कार नहीं मिले, जिंहे मैं संसार के समक्ष लाकर अपनी योग्यता का प्रदर्शन कर सकूं, परंतु जीवन के इस मार्ग पर चलते-चलते अनुभव दूसरो मित्रो से ज्यादा रहा है।
जब से मन में मैंने सफल होने के उद्येश्य को जगाया है,जीवन में हर वह मार्ग जो विपत्तियों से भरा है,उन्ही पर चलने को दिल कह रह है। साथी तो रिश्तों को भी नहीं निभाने, यह तो फिर भी वीवन क्र लक्ष्य की बात है।
आगे पढने से ही मार्ग छोटा होने लगता है। मैंने अपने लक्ष्य की ओर अपना एक कदम तो उठा लिया है परंतु इस कदम में जो चुनौंतियाँ हैं उन्हें सामना करने के लिए साहस भी जुटाया। "विश्वास वो शक्ति है जिससे उजडी जिंदगी के
में प्रकाश कोया जा सकता है।"
इस वाक्यांश के सहारे पर टिकी मेरी जिंदगी के कुछ अवसर ऐसे ही बीते है। क्राएस्ट विश्वविधालय में अपना नाम दर्ज करा कर वह विश्वास भरोसे में बदलता जा रहा है कि जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने में जो कडियाँ शेष है,उनका मार्ग शायद यहींसे प्रकाशित होगा। अपने पुर्व कॉलेज में सबसे प्रथम आकर अपने माता-पिता की आँखो में जो खुशी देखी, वह खुशी को बढाने के लिए, में अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करना चाहता हूँ। मेरे जीवन का लक्ष्य कोई डॉक्टर या इंजीनियर बनना नहीं है। लक्ष्य मेरा तो केवल यही है कि जीवन की इस धारा में जो भी बनू सबसे पहले एक अच्छा इंसान।
 
चाहूँगा मैं बस यही कि मेरे कर्तव्य और उपाधी की तुलना इस जग में किसी से भी न हुई हो।
जीवन के कष्ट और सुख भरे इस मार्ग पर चलते-चलते मैं उन सबको यही ज्ञान और मार्गदर्शन देन चाहूँगा कि,
"वहाँ मत जाइए जहाँ रास्ता ले जाए,
बल्कि वहाँ जाइए जहाँ कोइ रास्ता नहीं है और
वहाँ अपने निशान छोड जाइए।"
बने-बनाए रास्तों और पके- पकाए खाना तो सभी के बस में हैं पर जो अपको रास्ते और अपने भोजन का आहार स्वयम दूंदते है,नए सचालक और रचनाकार का निर्माण वहीं होता हैं।
हर मनुष्य अपने आप में एक कलाकार को दूंद सकता है,परंतु वह कला के लिए मेहनत भी कडी होनी चहिए।
जूवन में आगे कुछ नया,अनुठा और विशेष करने के विचार से अपने बधुओं और सखाओं के सफल जीवन को कामना करते हुए यह कहुंगा कि,
"अगर आप सोचते हैं कि आप कर सकते है, तो
आप कर सकते है। अगर आप सोचते है कि आप
नहीं कर सकते हैं- तो आप नहीं कर सकते हैं! और
किसी भी तरह से आप सही है।
शौक:
 
मुझे हिन्दी सिनेमा के पुराने गाने,मनोरंजनीय फिल्में देखना अच्छा लगता है। इतिहास की किताबे पढना अच्छा लगता है। खेल कूद में क्रिकेट अच्छा लगता है। दोस्तो के साथ बाहर जाना अच्छा लगता है और नयी जगहों पर जाना अच्छा लगता है और प्रकृति से स्नेह है।