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== परिचय , परिवार ==
मेरा नाम '''अष्मिता कुमारी''' है। मैं अठारह वर्ष की हूँ तथा वर्तमान समय में क्राइस्ट यूनिवर्सिटी , बैंगलुरु में मीडिया एंड कम्युनिकेशन्स की विद्यार्थी हूँ। मेरे पिताजी आर्मी में हैं तथा माता गृहणी हैं। मेरी एक बड़ी बहन तथा एक बड़ा भाई भी है। मैं अपने घर में सबसे छोटी हूँ तथा सबकी चहीती हूँ । अपने परिवार में मैं अपनी बहन के सबसे करीब हूँ । उसके साथ मेरा संबंध बड़ी बहन से अधिक एक बहुत अच्छे दोस्त का है । मैं अपनी बहन से बहुत प्यार करती हूँ तथा मेरे जीवन में उसकी उपस्थिति मुझे आगे बढ़ने की शक्ति देती है । मेरा बड़ा भाई भी पिताजी की ही तरह फ़ौज में है। वह मुझसे पाँच साल बड़ा है तथा मुझे एक छोटी बच्ची की तरह मानता है। मेरा और मेरे भाई का सम्बन्ध मस्ती और बचपने से भरा हुआ है।
 
मैं मौलिक रूप से बिहार की रहने वाली हूँ क्योंकि मेरी माता -पिता दोनों हीं बिहार से हैं। हमारा घर बिहार के  मुज़्ज़फरपुर ज़िले के एक छोटे से गांव 'रामपुर दयाल' में है। किन्तु पिताजी के फ़ौज में होने के कारण मैं दो वर्ष की आयु से ही  दूसरे राज्यों में  रही हूँ। वर्तमानतः मेरा परिवार महाराष्ट्र के नाशिक ज़िले में रहता है। हम कोशिश करते हैं कि प्रत्येक वर्ष कुछ दिन का समय अपने गांव में बिताएँ। मेरा गांव गंगा कि एक सहायक नदी 'गंडक' के किनारे स्थित है तथा अत्यंत सुन्दर है। वहाँ का वातावरण स्वच्छ है। जब भी मैं अपने गांव जाती हूँ , सुकून का अनुभव करती हूँ।
 
== शिक्षा ==
मैंने अपनी  प्राथमिक शिक्षा जम्मू , पंजाब, तथा महाराष्ट्र में ग्रहण की है। मेरे पिताजी की प्रविष्टि इसके बाद कई और राज्यों में भी हुई , किन्तु मैं, मेरी माता और मेरे-भाई बहन महाराष्ट्र के नासिक नमक ज़िले में ही रुक गए। हम दस वर्षों से वहीं बेस हुए थे तथा दूसरी कक्षा से बारहवीं कक्षा तक की पढाई मैंने यही पर की। इस वर्ष मैं अपनी बारहवीं कक्षा के बाद आगे की पढाई  करने के लिए बंगलुरु आ गयी हूँ। मैंने अपनी बारहवीं की पढाई विज्ञान के विषय से की थी, किन्तु मेरी मीडिया के क्षेत्र में अधिक रूचि होने के कारण मैंने विज्ञान के क्षेत्र में आगे की पढाई न करते हुए मीडिया एंड कम्युनिकेशन्स का कोर्स चुना।
 
== रुचियाँ ,अन्य  गतिविधियां ==
मैं अपने विद्यालय की वाद-विवाद टीम में थी तथा मैंने कई प्रतियोगिताओं में न केवल भाग लिया बल्कि कई पुरस्कार भी जीते। मैं कभी-कभी अंग्रेजी तथा हिंदी , दोनों हीं भाषाओं में कविताएँ भी लिखती हूँ। मैं अपनी बात को सही समय पर सही तरीके से प्रस्तुत करने में विश्वास रखती हूँ। मेरा मानना है की मनुष्य को अपने विचार व्यक्त करने में संकोच नहीं करना चाहिए , किन्तु इसका यह अर्थ कदापि नहीं की वह कहीं भी कुछ भी कह सकता है। मनुष्य का कुछ विषयों के प्रति संवेदनशील  होना भी आवश्यक है। मेरी अन्य रुचियों में खेल-कूद तथा नृत्य भी सम्मिलित हैं। मैंने कभी किसी विशेष नृत्य रूप का प्रशिक्षण नहीं लिया है किन्तु अवसर मिलने पर मैं भरतनाट्यम अवश्य सीखना चाहूँगी। खेल के क्षेत्र में मैं वॉलीबॉल तथा बास्केटबॉल खेलना पसंद करती हूँ। इसके अलावा मुझे ट्रेकिंग का भी बहुत शौक है। मैंने महाराष्ट्र के अँजेनेरी पर्वत , ब्रह्मगिरि पर्वत और  महाराष्ट्र के सर्वोच्च शिखर कलसुबाई पर्वत की चढ़ाई की हुई है तथा भविष्य में अवसर प्राप्त होने पर अपने इस शौक के चलते कई और पर्वतों की ऊँचाइयों को भी छूने की महत्वाकांक्षा रखती हूँ। इसके अलावा मैं यूनिवर्सिटी के एन सी सी  कंपनी की कैडेट भी हूँ। इसके अलावा मैं अपने यूनिवर्सिटी के एक रंगमंच समूह (थिएटर ग्रुप) का भी हिस्सा हूँ।
 
== हिंदी भाषा के प्रति रुझान ==
मेरा बचपन से ही हिंदी भाषा के प्रति विशेष रुझान रहा है। मुझे हिंदी भाषा में एक अलग सी सुंदरता नज़र आती है।  मैं अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति जिस ख़ूबसूरती के साथ हिंदी में कर सकती हूँ वह और किसी भाषा में संभव नहीं है। यह एक विशाल भाषा है तथा इस भाषा का मेरा ज्ञान समुद्र से लिए हुए अंजलि भर जल के समान है। किन्तु मैं सदा हीं और सीखने के लिए तत्पर रहती हूँ। मैंने स्कूल में विषय के तौर पर हिंदी दसवीं कक्षा तक पढ़ी थी, किन्तु उसको बाद भी मैं हिंदी वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती रही तथा कई पुरस्कार भी जीते। दो साल के अंतराल के बाद अब मुझे कॉलेज में हिंदी एक विषय के रूप में पढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ है तथा मुझे इस बात की बहुत प्रसन्नता  है।
 
== वर्त्तमान जीवन ==
इस समय मैं अपनी स्नातक पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष में हूँ । मैं पहली बार घर से तथा अपने परिवार से दूर रह रही हूँ किन्तु मैंने धीरे-धीरे परिस्थिति के अनुसार ढलना सीख लिया है। घर से बाहर निकलने के पश्चात यह मेरे जीवन का एक नवीन आरम्भ है तथा मुझे आशा है कि मैं सही मार्ग पर चलते हुए अपने जीवन को उपयोगी तथा फलदायक बना सकूँगी।