"कात्यायनी शक्ति पीठ": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary |
संजीव कुमार (वार्ता | योगदान) छो 2409:4052:903:C82B:0:0:1D12:C0A4 (Talk) के संपादनों को हटाकर 2405:204:A328:8471:4382:8857:D47:D38C के आखिरी अवतरण को पूर्ववत किया टैग: वापस लिया |
||
पंक्ति 1:
'''कात्यायनी शक्ति पीठ का स्थान'''
सालों भर यहां भक्त दर्शन और पूजा करने के लिए आते हैं। नवरात्र के दिनों में कात्यानी शक्ति पीठ में भक्तों की काफी भीड़ होती है। किवदंती यह है कि भगवान श्रीकृष्ण को अपने वर रूप में प्राप्त करने के लिए राधारानी ने भी कात्यायनी माता की पूजा की थी। गुरु मंदिर, शंकराचार्य मंदिर, शिव मंदिर तथा सरस्वती मंदिर भी कात्यायनी मंदिर के पास ही हैं। ये बहुत प्रसिद्ध मंदिर हैं जहां लोग काफी संख्या में पूजा करने आते हैं।▼
कात्यायनी शक्ति पीठ उत्तर प्रदेश के मथुरा के वृन्दावन में स्थित है। यह एक बहुत ही प्राचीन सिद्ध पीठ है जो वृन्दावन में राधाबाग के पास है।
'''कात्यायनी शक्ति पीठ में पूजा-पाठ'''
▲सालों भर यहां भक्त दर्शन और पूजा करने के लिए आते हैं। नवरात्र के दिनों में कात्यानी शक्ति पीठ में भक्तों की काफी भीड़ होती है।
'''कात्यायनी शक्तिपीठ कैसे पहुंचेंः-'''
कात्यायानी शक्तिपीठ वृन्दावन में स्थित है। वृन्दावन मथुरा से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है। रेल मार्ग से यात्रा करने वाले यात्री मथुरा उतरकर वृन्दावन पहुंच सकते हैं। गाड़ी से यात्रा करने वाले यात्री सीधे वृन्दावन पहुंच सकते हैं। गाड़ी भक्तजन को मंदिर से करीब 200 मीटर पहले उतारती है। हवाई यात्रा करने वाले लोगों को पहले दिल्ली पहुंचना होगा। दिल्ली से मथुरा ट्रेन से पहुंच सकते हैं। आगरा में भी एयरपोर्ट है जहां भक्तजन पहुंच सकते हैं।
इनकी पूजा से किस तरह की मनोकामना पूरी होती है?
कन्याओं के शीघ्र विवाह के लिए इनकी पूजा अद्भुत मानी जाती है.
मनचाहे विवाह और प्रेम विवाह के लिए भी इनकी उपासना की जाती है.
वैवाहिक जीवन के लिए भी इनकी पूजा फलदायी होती है.
अगर कुंडली में विवाह के योग क्षीण हों तो भी विवाह हो जाता है.
|