"अवध": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:India Awadh locator map.svg|thumb|right|300 px|अवध]]
'''अवध''' वर्तमान [[उत्तर प्रदेश]] के एक भाग का नाम है जो प्राचीन काल में [[कोशल]] कहलाता था। इसकी राजधानी "अयोध्या" थी। अवध शब्द अयोध्या से ही निकला है। अवध की राजधानी
भौगोलिक रूप से अवध की आधुनिक परिभाषा - [[लखनऊ]], [[सुलतानपुर जिला|सुल्तानपुर]], [[रायबरेली]], [[उन्नाव]], [[कानपुर]], [[भदोही]], [[इलाहाबाद|प्रयागराज]], [[बाराबंकी]],[[अयोध्या]], [[अम्बेडकर नगर]], [[प्रतापगढ़ जिला, उत्तर प्रदेश|प्रतापगढ़ ]], [[बहराइच]], [[बलरामपुर]], [[गोण्डा|गोंडा]], [[हरदोई]], [[लखीमपुर, उत्तर प्रदेश|लखीमपुर खीरी]], [[कौशाम्बी (बहुविकल्पी)|कौशाम्बी]], [[सीतापुर]], [[श्रावस्ती]] उन्नाव, फतेहपुर, कानपुर, (जौनपुर, और मिर्जापुर के पश्चिमी हिस्सों), कन्नौज, पीलीभीत, शाहजहांपुर से बनती है। प्राचीन काल में आवध की राजधानी "अयोध्या" थीं।
== इतिहास ==
सन् 1764 ई. में [[बक्सर का युद्ध|बक्सर के युद्ध]] में अवध के नवाब हार गए,
1856 में अंग्रेज़ों ने अवध को अपने अधिकार में कर लिया। 1857 के विद्रोह में अवध अंग्रेजों के हाथ से निकल गया था परंतु डेढ़ वर्ष की लड़ाई में अंतिम विजय अंग्रेजों की हुई। 1902 में आगरा और अवध के प्रांतों को एक में मिलाकर नया प्रांत बनाया गया जिसका नाम आगरा और अवध का "संयुक्त प्रांत" रखा गया, लिसे संक्षेप में "संयुक्त प्रांत" अथवा अंग्रेजी में केवल "यू.पी." कहा जाता था। इसी प्रांत का नामकरण उत्तर प्रदेश हो गया है जिसे अंग्रेजी में लिखे नाम के आदि अक्षरों के आधार पर अब भी "यू.पी." कहा जाता है।
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