"कंप्यूटर स्मृति": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:DDR RAM-2.jpg|thumb|250px|१ जीबी डीडीआर, रैंडम एक्सेस मेमोरी]]
कंप्यूटर मेमोरी छोटी क्लास से ही इसके बारे में पढ़ाया जाता है. लेकिन फिर भी लोगो को अच्छी तरह मालूम नहीं होता  आइये जानते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी सरल भाषा में
 
What is computer Memory?कंप्यूटर मेमोरी क्या है ?
 
कंप्यूटर में किसी भी काम को करने के लिए उसको निर्देश देने होते हैं कंप्यूटर इन निर्देशों को जिस जगह स्टोर करके रखता हैं उसे कंप्यूटर की मेमोरी कहते हैं।
 
इसके अलावा कंप्यूटर को प्रयोग करने वाले यूजर का डाटा भी स्टोर करके कंप्यूटर मेमोरी में रखा जाता है।
 
Types of Computer Memory. कंप्यूटर मेमोरी के प्रकार
 
मुख्यतः कंप्यूटर में मेमोरी दो प्रकार की होती हैं .
 
1. PRIMARY MEMORY
 
2. SECONDARY MEMORY
 
Primary Memory को अक्सर Main Memory या Internal Memory  भी कहा जाता है
 
आइये डायग्राम के माध्यम से जाने मेमोरी को कितने भागो में बाँटा  गया है
 
प्राइमरी मेमोरी में मुख्यतः RAM(Random Acess Memory) और ROM(Read Only Memory) आते हैं . प्राइमरी मेमोरी  की रैम मेमोरी Volatile nature की होती है. वोलेटाइल का मतलब इसमें डाटा या निर्देश तभी तक स्टोर होते हैं जब तक कंप्यूटर ऑन  है और आप कंप्यूटर में कोई काम कर रहे हैं. कंप्यूटर की यह मेमोरी कंप्यूटर में प्रोग्राम को रन करने के काम आती है.  इसके बिना कंप्यूटर अपने सॉफ्टवेयर को लोड नहीं कर सकता और प्रोग्राम को नहीं चला सकता अर्थात इसके बिना कंप्यूटर को स्टार्ट करने में भी दिक्कत होती है.
 
अगर आप प्रोग्राम के द्वारा बनाया गया डाटा हमेशा के लिए कंप्यूटर मेमोरी में रखना चाहते हैं तो आपको इसे  Secondary Memory में सेव करना पड़ेगा। अभी हम प्राइमरी मेमोरी पढ़ते हैं आगे हम सेकेंडरी मेमोरी के बारे में भी जानेंगे.
 
RAM और ROM को भी आगे कई प्रकार में विभाजित किया गया है . डायग्राम देखें
 
RAM
 
रैम की क्षमता  कई प्रकार की होती है जैसे 4MB,8MB,16MB,32MB,64MB,128MB,256MB,512MB,1024MB या 1 GB. आजकल 2GB,4GB, 8GB  की रैम भी मार्किट में उपलब्ध हैं   RAM दो प्रकार की होती है.
 
1. SRAM (Static RAM)
 
2. DRAM (Dynamic RAM)
 
SRAM में लगातार पावर सप्लाई की वजह से इसको डाटा स्टोर करने में रिफ्रेश होने की जरुरत नहीं होती। यह DRAM की अपेक्षा में अधिक पावर यूज़ करती है
 
SRAM के लाभ (Advantage) :कम बिजली खपत और फ़ास्ट acess time.
 
हानि (Disadvantage) : कम कैपेसिटी और ज्यादा manufacturing cost
 
DRAM में डाटा स्टोर करने के लिए पावर रिफ्रेश की जरुरत होती है क्योंकि इसमें कैपेसिटर का प्रयोग किया जाता है जो की एनर्जी को डिस्चार्ज कर देता है . no energy  मतलब डाटा loss हो जायेगा.
 
DRAM के लाभ (Advantage) : manufacturing  में कम लागत तभा अधिक मेमोरी कैपेसिटी  
 
हानि (Disadvantage):  अधिक पावर का यूज़  और कम acess speed.
 
आइये अब ROM(Read Only Memory) के बारे में जानते हैं .
 
इसका पूरा नाम रीड ओनली मेमोरी है  यह स्थाई (Non volatile) होती हैं. कंप्यूटर के निर्माण करते समय इसमें प्रोग्राम को स्टोर कर दिया जाता है और इस मेमोरी में स्टोर किये गए प्रोग्राम नष्ट नहीं होते हैं।
 
ROM के प्रकार
 
PROM (Programmable ROM)
 
इसमें एक बार डाटा स्टोर हो जाने के बाद मिटाया नहीं जा सकता  और न ही चेंज किया जा सकता है
 
EPROM (Erasable Programmable ROM)
 
इसमें डाटा को Ultravoilet Rays  के द्वारा मिटा कर चेंज किया जा सकता हैं अथवा   दूसरा डाटा स्टोर किया जा सकता है.
 
EEPROM (Electrically Erasable Programmable ROM)
 
इसमें डाटा को Electrical Rays बिजली  के द्वारा मिटा कर चेंज किया जा सकता हैं और दूसरा डाटा स्टोर किया जा सकता है
----अब जानते SECONDARY MEMORY हैं के बारे में .
 
इस मेमोरी को secondary storage अथवा  auxiliary storage भी कहा जाता है मुख्यतः यह बहुत अधिक डाटा को स्टोर करने के काम आती इसे अक्सर कंप्यूटर में अलग से भी जोड़ा जाता है  इसमें यूजर के डाटा को भी स्टोर किया जाता है जिसमे यूजर के फोटो मूवीज संगीत और अन्य डाटा हो सकते हैं। इस मेमोरी की क्षमता प्राइमरी मेमोरी की तुलना में बहुत अधिक होती है जैसे इसकी क्षमता Gigabyte  से लेकर Tera Byte  में भी जा सकती है। CD, FDD, HDD,PENDRIVE आदि secondary memory  में ही आते हैं ।
 
HDD(HARD DISK DRIVE )
 
यह एक डिस्क होती है इसमें हम अपनी सभी छोटी बड़ी फाइल्स को स्टोर करते हैं। इसके अंदर एक डिस्क घूमती है जो जितनी तेज घूमती है उतनी ही तेजी से डाटा ''read'' और ''write'' कर सकती है
 
अधिकतर डिस्क 5400 RPM या 7200 RPM की होती हैं यहाँ RPM का मतलब Revolutions Per Minute  है . इसमें डाटा स्टोरेज के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया होती है .
 
1. seek time: डाटा read  या write करने वाले ट्रैक तक पहुंचने में लगे टाइम को ''seek time'' कहते हैं .
 
2. Latency Time: Track  में डाटा के Sector तक पहुंचने के टाइम को ''Latency Time'' कहते हैं .
 
3. Transfer Rate: सेक्टर में डाटा लिखने या पढ़ने में लगने वाले समय को ''Transfer Rate'' कहा जाता है .
 
CD (COMPACT DISK)
 
यह एक वृत्ताकार  डिस्क होती है जिसमे ''Optical process'' से डाटा को ''read'' एंड ''write'' किया जाता है यह आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाई जा सकती है।  इसकी क्षमता सामान्यतया 700MB  होती है इसमें डाटा को Pits के रूप में स्टोर किया जाता है इसमें किसी भी प्रकार का डाटा आसानी से स्टोर किया जा सकता है आपने अक्सर मूवीज देखने के लिए इन डिस्क का प्रयोग किया होगा।  .
 
FLOPPY DISK
 
यह बहुत लचीली प्लास्टिक की बनी होती है और इस पर फेराइट की परत होती है। इस फ्लॉपी डिस्क में 80 डाटा ट्रैक होते हैं प्रत्येक ट्रैक पर 64 शब्द स्टोर किये जा सकते हैं . इसकी स्पीड 360 RPM की होती है और यह magnetic tape जैसे काम करती है इसकी स्टोरेज क्षमता बहुत कम होती है और सामान्यतया 310KB से लेकर 2.88 MB तक होती है. अधिकतर फ्लॉपी 1.44MB की होती हैं .आजकल फ्लॉपी डिस्क का यूज़ शायद ही कही दिखता हो।
 
FLASH DRIVE
 
पेन ड्राइव को ही फ़्लैश ड्राइव भी कहते हैं आजकल ये ड्राइव सबसे ज्यादा पॉपुलर है इसको आप बड़ी ही आसानी से अपनी पॉकेट में रखकर कही भी ले जा सकते हैं इसकी डाटा स्टोरेज कैपेसिटी भी काफी अधिक  होती है आजकल 128 GB तक की पेन ड्राइव आसानी से मार्किट में उपलब्ध हैं इसको PnP(Plug and Play) device भी कहते हैं क्योंकि ये आसानी से कंप्यूटर में लगाते ही काम करना शुरू कर देती है।
 
MEMORY CARD
 
मेमोरी कार्ड डाटा स्टोरेज का एक छोटा और प्रभावी माध्यम है। आजकल डिजिटल उपकरणों में यही कार्ड प्रयोग किये जा  इनका साइज अत्यंत ही छोटा होने से ये बड़ी सुविधा से डिजिटल उपकरण और मोबाइल आदि में फिट हो जाते हैं  इनका प्रयोग डिजिटल कैमरा , पी डी ए , मोबाइल फ़ोन, mp3 प्लेयर, स्मार्ट वाच आदि में हो रहा है   मार्किट में कई प्रकार के memory कार्ड 128GB तक की स्टोरेज क्षमता में उपलब्ध हैं .[[चित्र:DDR RAM-2.jpg|thumb|250px|१ जीबी डीडीआर, रैंडम एक्सेस मेमोरी]]
'''कंप्यूटर स्मृति''' या '''मैमोरी''' का कार्य किसी भी निर्देश, सूचना अथवा परिणाम को संचित करके रखना होता है। कम्प्यूटर के सी.पी.यू. में होने वाली समस्त क्रियायें सर्वप्रथम स्मृति में जाती है। यह एक प्रकार से कम्प्यूटर का संग्रहशाला होता है।<ref name="तकनीक">[http://takneek.com/definition-of-various-computer-hardwares-with-pictures/ कम्प्यूटर के विभिन्न हार्डवेयर] {{Webarchive|url=https://web.archive.org/web/20100209045432/http://takneek.com/definition-of-various-computer-hardwares-with-pictures/ |date=9 फ़रवरी 2010 }}। तकनीक.कॉम। ५ जून २००८। कमल</ref> मेमोरी कम्प्यूटर का अत्यधिक महत्वपूर्ण भाग है जहां डाटा, सूचना और प्रोग्राम प्रक्रिया के दौरान स्थित रहते हैं और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल उपलब्ध होते हैं।
 
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== सन्दर्भ ==
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== बाहरी कड़ियाँ ==
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''कंप्यूटर के मूलभूत घटक''
 
कंप्यूटर मेमोरी क्या होती है ?<ref>{{Cite web|url=https://padhohindi.com/computer-technology/computer-memory-क्या-होती-है/|title=Computer Memory क्या होती है ?|date=2020-07-23|website=पढ़ो हिंदी !|language=en-US|access-date=2020-08-08}}</ref>
{{बेसिक कंप्यूटर घटक}}