"राहत इन्दौरी": अवतरणों में अंतर

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== आरंभिक दिन==
राहत इंदोरी जी ने शुरुवाती दौर में इंद्रकुमार कॉलेज, इंदौर में उर्दू साहित्य का अध्यापन कार्य शुरू कर दिया। उनके छात्रों के मुताबिक वह कॉलेज के अच्छे व्याख्याता थे। फिर बीच में वो मुशायरों में व्यस्त हो गए और पूरे भारत से और विदेशों से निमंत्रण प्राप्त करना शुरू कर दिया। उनकी अनमोल क्षमता, कड़ी लगन और शब्दों की कला की एक विशिष्ट शैली थी ,जिसने उन्हें बहुत जल्दी व बहुत अच्छी तरह से जनता के बीच लोकप्रिय बना दिया। राहत साहेब ने बहुत जल्दी ही लोगों के दिलों में अपने लिए एक खास जगह बना लियाली और तीन से चार साल के भीतर ही उनकी कविता की खुशबू ने उन्हें [[उर्दू साहित्य]] की दुनिया में एक प्रसिद्ध शायर बना दिया था। वह न सिर्फ पढ़ाई में प्रवीण थे बल्कि वो खेलकूद में भी प्रवीण थे, वे स्कूल और कॉलेज स्तर पर [[फुटबॉल]] और [[हॉकी]] टीम के कप्तान भी थे। वह केवल 19 वर्ष के थे जब उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में अपनी पहली शायरी सुनाई थी।<ref>{{Cite web|url=https://www.jagran.com/news/national-know-the-whole-journey-till-the-relief-of-quraysh-becoming-indori-how-many-marriages-were-done-jagran-special-20616165.html|title=जानिए राहत कुरैशी के राहत इंदौरी बनने तक की पूरी कहानी, कितनी की थी शादियां|website=Dainik Jagran|language=hi|access-date=2020-08-12}}</ref>
 
==निजी जिंदगी==