"वही": अवतरणों में अंतर
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* "किसी मनुष्य की यह शान नहीं कि अल्लाह उससे बात करे, सिवाय इसके कि प्रकाशना के द्वारा या परदे के पीछे से (बात करे)। या यह कि वह एक रसूल (फ़रिश्ता) भेज दे, फिर वह उसकी अनुज्ञा से जो कुछ वह चाहता है प्रकाशना कर दे। निश्चय ही वह सर्वोच्च अत्यन्त तत्वदर्शी है"<ref> Ash-Shura [42:51] - फ़ारूक़ ख़ान & अहमद - Tanzil Quran Navigator
* http://tanzil.net/#trans/hi.farooq/42:51 </ref>
=सन्दर्भ:=▼
{{टिप्पणीसूची}}▼
=इन्हें भी देखें=
*[[क़ुरआन]]
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*[[आयत (क़ुरआन)]]
*[[इस्लामी शब्दावली]]
▲=सन्दर्भ:=
▲{{टिप्पणीसूची}}
[[श्रेणी:अरबी शब्द]]
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