"उपसर्ग": अवतरणों में अंतर

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उपसर्ग ऐसे शब्दांश जो किसी शब्द के पूर्व जुड़ कर उसके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं या उसके अर्थ में विशेषता ला देते हैं। उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है - किसी शब्द के समीप आ कर नया शब्द बनाना।
भय
 
'''उपसर्ग क्या है?'''
 
उदाहरण:
उपसर्ग ऐसे शब्दांश जो किसी शब्द के पूर्व जुड़ कर उसके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं या उसके अर्थ में विशेषता ला देते हैं।
 
* प्र + हार = प्रहार, 'हार' शब्द का अर्थ है पराजय। परंतु इसी शब्द के आगे 'प्र' शब्दांश को जोड़ने से नया शब्द बनेगा - 'प्रहार' (प्र + हार) जिसका अर्थ है चोट करना।
जैसे-उप+कार=उपकार
 
* आ + हार = आहार, 'आ' जोड़ने से आहार (भोजन)
हिन्दी में प्रयुक्त उपसर्ग
 
* सम् + हार = संहार (विनाश)
1.अ
 
* वि' + हार = विहार' (घूमना) इत्यादि शब्द बन जाएँगे।
2.अप
 
उपर्युक्त उदाहरण में 'प्र', 'आ', 'सम्' और 'वि' का अलग से कोई अर्थ नहीं है, 'हार' शब्द के आदि में जुड़ने से उसके अर्थ में इन्होंने परिवर्तन कर दिया है। इसका मतलब हुआ कि ये सभी शब्दांश हैं और ऐसे शब्दांशों को उपसर्ग कहते हैं।
3.अन
 
हिंदी में बाइस (22) उपसर्ग हैं।
4.अव
 
5.आ
 
6.नि
 
7.निर्
 
8.निस्
 
8.निस्
 
9.दुर्
 
10.दुस्
 
11.उप
 
12.परि
 
13.परा
 
14.प्र
 
15.वि
 
16.औ
 
17.सु
 
18.स
 
19.कु
 
20.पर
 
21.प्रति
 
22.सम
 
23.भर
 
अर्थ शब्द 1 भाव अभाव, निषेधअछूता, अथाह, अटल
2 अपमान अपसारी अपकेंद्रीय अन अभाव, निषेधअनमोल, अनबन, अनपढ़
3 कु बुरा कुचाल, कुचैला, कुचक्र
4 दु कम, बुरा दुबला, दुलारा, दुधारू
5 निकमीनिगोड़ा, निडर, निहत्था, निकम्मा
6 औहीन, निषेधऔगुन, औघर, औसर, औसान
7 भरपूराभरपेट, भरपूर, भरसक, भरमार
8 सुअच्छासुडौल, सुजान, सुघड़, सुफल
9 अधआधाअधपका, अधकच्चा, अधमरा, अधकचरा
10 उनएक कमउनतीस, उनसठ, उनहत्तर, उंतालीस
11 परदूसरा, बाद कापरलोक, परोपकार, परसर्ग, परहित
12 बिनबिना, निषेधबिनब्याहा, बिनबादल, बिनपाए, बिनजानेक्रमउपसर्गअर्थशब्द
1 कमथोड़ा, हीनकमज़ोर, कमबख़्त, कमअक्ल
2 खुश अच्छा खुशनसीब, खुशखबरी, खुशहाल, खुशबू
3 गैर निषेध गैरहाज़िर, गैरक़ानूनी, गैरमुल्क, गैर-ज़िम्मेदार
4 ना अ भावना पसंद, नासमझ, नाराज़, नालायक
5 ब और, अनुसार बनाम, बदौलत, बदस्तूर, बगैर
6 बा सहित बाकायदा, बाइज्ज़त, बाअदब, बामौका
7 बद बुरा बदमाश, बदनाम, बदक़िस्मत,बदबू
8 बे बिना बेईमान, बेइज्ज़त, बेचारा, बेवकूफ़
9 ला रहित लापरवाह, लाचार, लावारिस, लाजवाब
10 सर मुख्य सरताज, सरदार, सरपंच, सरकार
11 हमसमान, साथवालाहमदर्दी, हमराह, हमउम्र, हमदम
12 हर प्रत्येक हरदिन, हरसाल, हरएक, हरबार क्रम
'''उपसर्ग''' वे शब्द हैं जो अन्य शब्दों के पहले जोड़े जाते हैं और जुड़कर उनके अर्थ में वैशिष्ट्य ला देते है
 
== उपसर्ग प्र ==
 
 
 
हिंदी में बाइस (22) उपसर्ग हैं। प्र, परा, अप, सम्‌, अनु, अव, निस्‌, निर्‌, दुस्‌, दुर्‌, वि, आ (आं‌), नि, अधि, अपि, अति, सु, उत् /उद्‌, अभि, प्रति, परि तथा उप। इनका अर्थ इस प्रकार है:
 
'''अति''' - excessive, surpassing, over, beyond
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'''परि''' - round, about, fully
 
'''प्र''' - forth, on, onwardsonward, away, forward, very, excessive, great
 
'''प्रति''' - towards, in opposition to, against, upon, in return,back, likeness, every
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'''सु''' - good, well, easy
 
;
; उदाहरण
* अति - (आधिक्य) अतिशय, अतिरेक;
Line 175 ⟶ 103:
* वि + आ + करण = व्याकरण
अत्युत्कृष्ट, निर्विकार, सुसंगति इत्यादि
 
 
; उर्दू-फारसी के उपसर्ग
Line 206 ⟶ 133:
 
ला - बिना, नहीं - लापता लाजबाब लावारिस लापरवाह लाइलाज लामानी लाइल्म लाज़वाल
उपसर्ग
शब्दांश या अव्यय जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ प्रकट करते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं।
उदाहरण:
प्र + हार = प्रहार
उप + कार = उपकार
आ + हार = आहार
उपसर्ग = उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है- किसी शब्द के समीप आ कर नया शब्द बनाना। जो शब्दांश शब्दों के आदि में जुड़ कर उनके अर्थ में कुछ विशेषता लाते हैं, वे उपसर्ग कहलाते हैं। 'हार' शब्द का अर्थ है पराजय। परंतु इसी शब्द के आगे 'प्र' शब्दांश को जोड़ने से नया शब्द बनेगा - 'प्रहार' (प्र + हार) जिसका अर्थ है चोट करना। इसी तरह 'आ'जोड़ने से आहार (भोजन), 'सम्' जोड़ने से संहार (विनाश) तथा 'वि' जोड़ने से 'विहार' (घूमना) इत्यादि शब्द बन जाएँगे। उपर्युक्त उदाहरण में 'प्र', 'आ', 'सम्' और 'वि' का अलग से कोई अर्थ नहीं है, 'हार' शब्द के आदि में जुड़ने से उसके अर्थ में इन्होंने परिवर्तन कर दिया है। इसका मतलब हुआ कि ये सभी शब्दांश हैं और ऐसे शब्दांशों को उपसर्ग कहते हैं। हिन्दी में प्रचलित उपसर्गों को निम्नलिखित भागों में विभाजित किया जा सकता है।
1. संस्कृत के उपसर्ग,
2. हिन्दी के उपसर्ग,
3. उर्दू और फ़ारसी के उपसर्ग,
4. अंग्रेज़ी के उपसर्ग,
5. उपसर्ग के समान प्रयुक्त होने वाले संस्कृत के अव्यय।
क्रम उपसर्ग अर्थ शब्द
1 अतिअधिकअत्यधिक, अत्यंत, अतिरिक्त, अतिशय
2 अधिऊपर, श्रेष्ठअधिकार, अधिपति, अधिनायक
3 अनुपीछे, समानअनुचर, अनुकरण, अनुसार, अनुशासन
4 अपबुरा, हीनअपयश, अपमान, अपकार
5 अभिसामने, चारों ओर, पासअभियान, अभिषेक, अभिनय,अभिमुख
6 अवहीन, नीच अवगुण, अवनति, अवतार, अवनति
7 आतक, समेतआजीवन, आगमन
8 उत्ऊँचा, श्रेष्ठ, ऊपरउद्गम, उत्कर्ष, उत्तम, उत्पत्ति
9 उपनिकट, सदृश, गौणउपदेश, उपवन, उपमंत्री, उपहार
10 दुर्बुरा, कठिनदुर्जन, दुर्गम, दुर्दशा, दुराचार
11 दुस्बुरा, कठिनदुश्चरित्र, दुस्साहस, दुष्कर
12 निर्बिना, बाहर, निषेधनिरपराध, निर्जन, निराकार, निर्गुण
13 निस्रहित, पूरा, विपरितनिस्सार, निस्तार, निश्चल, निश्चित
14 निनिषेध, अधिकता, नीचेनिवारण, निपात, नियोग, निषेध
15 पराउल्टा, पीछेपराजय, पराभव, परामर्श, पराक्रम
16 परिआसपास, चारों तरफपरिजन, परिक्रम, परिपूर्ण, परिणाम
17 प्रअधिक, आगेप्रख्यात, प्रबल, प्रस्थान, प्रकृति
18 प्रतिउलटा, सामने, हर एकप्रतिकूल, प्रत्यक्ष, प्रतिक्षण, प्रत्येक
19 विभिन्न, विशेषविदेश, विलाप, वियोग, विपक्ष
20 सम्उत्तम, साथ, पूर्णसंस्कार, संगम, संतुष्ट, संभव
21 सुअच्छा, अधिकसुजन, सुगम, सुशिक्षित, सुपात्रक्रमउपसर्ग
अर्थ शब्द
1 सब अधीन, नीचे सब-जज सब-कमेटी, सब-इंस्पेक्टर
2 डिप्टी सहायक डिप्टी-कलेक्टर, डिप्टी-रजिस्ट्रार, डिप्टी-मिनिस्टर
3 वाइस सहायक वाइसराय, वाइस-चांसलर, वाइस-प्रेसीडेंट
4 जनरल प्रधान जनरल मैनेजर, जनरल सेक्रेटरी
5 चीफ़ प्रमुख चीफ़-मिनिस्टर, चीफ़-इंजीनियर, चीफ़-सेक्रेटरी
6 हेडमुख्यहेडमास्टर, हेड क्लर्कक्रम
अर्थ शब्द
1 अधःनीचे अधःपतन, अधोगति, अधोमुखी, अधोलिखित
2 अंतः भीतरीअंतःकरण, अंतःपुर, अंतर्मन, अंतर्देशीय
3 अ अभावअशोक ,अकाल, अनीति
4 चिर बहुत देर चिरंजीवी, चिरकुमार, चिरकाल, चिरायु
5 पुनर् फिर पुनर्जन्म, पुनर्लेखन, पुनर्जीवन
6 बहिर् बाहर बहिर्गमन, बहिष्कार
7 सत् सच्चा सज्जन, सत्कर्म, सदाचार, सत्कार्य
8 पुरा पुरातन पुरातत्त्व, पुरावृत्त
9 सम समान समकालीन, समदर्शी, समकोण, समकालिक
10 सह साथ सहकार, सहपाठी, सहयोगी, सहचर
 
== 'उपसर्ग' के अन्य अर्थ ==