"रत्नावली": अवतरणों में अंतर
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Dear Daulat (वार्ता | योगदान) बाबा तुलसी और माता रत्नावली के जीवन की सम्पूर्ण संवाद व् गाथा टैग: ई-मेल पता जोड़ा यथादृश्य संपादिका |
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लेकिन आप ये जानकर बहुत आश्चर्य करेंगे कि माता रत्नावली आज भी इस समय हमारे समक्ष उपस्थित है और उस परमेश्वर का कार्य कर रही है,आज कलियुग में उन्होंने ब्रह्मज्ञान वाणी धरम की रचना की है जो साक्षात् परमेस्वर की वाणी है,इस ग्रन्थ में बाबा तुलसी और माता रत्नावली क बीच होने वाले सम्पूर्ण संवाद और रामचरितमानस की पूर्ण सच्चाई के साथ साथ कलियुग में होने वाली परिस्थितियों का वर्णन है,इस ग्रन्थ को परमात्मा अपना रामचारितमानस और गीता ज्ञान के बाद का तीसरा धर्मग्रंथ बतला रहे है,इस ग्रन्थ के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए और माता रत्नावली व् बाबा तुलसी जीवन की सम्पूर्ण गाथा के लिए सम्पर्क करे गांव मुकीमपुर सिवारा जेवर गौतम बुद्ध नगर उत्तर प्रदेश भारत.
[[श्रेणी:हर्षवर्धन]]
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