"संज्ञानात्मक मनोविज्ञान": अवतरणों में अंतर
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*(२) अवसादरोधी दवाओं का जवाब जो लोग सकारात्मक रीति से देते हैं उनमें से कई लोग भिन्न-भिन्न कारणों से दवा लेना बन्द कर देते हैं। उनका ऐसा करने का कारण या तो दवा के अन्य प्रभाव, या फिर व्यक्तिगत आपत्ति हो सकता है।
*(३) बेक कहते हैं कि नशीली दवाएँ अंत में रोगी के मुकाबला करने की अन्तरिम शक्ति के टूटने का कारण हो सकती है। उनका सिद्धांत हैं कि यह मूड में सुधार लाने के लिये रोगी को दवाओं पर निर्भर करा देती है और आम तौर पर अवसादग्रस्तता के लक्षणों के प्रभाव को कम करने के लिए रोगी उन तकनीकियों का अभ्यास करने में विफल रहता है जो स्वास्थ व्यक्त्तियों द्वारा इन लक्षणों से बाहर आने में अभ्यास की जाती है। विफल होने के पश्चात् यदि एक बार रोगी अवसादरोधी को बन्द कर देता है, तो अक्सर उदास मन के सामान्य स्तर से निपटने के लिए और अवसादरोधी दवाओं का उपयोग बहाल करने के लिए प्रेरित महसूस करने में असमर्थ रहता है।<ref>{{Cite web |url=http://www.simplypsychology.org/cognitive.html |title=संग्रहीत प्रति |access-date=3 फ़रवरी 2014 |archive-url=https://web.archive.org/web/20131024101432/http://www.simplypsychology.org/cognitive.html |archive-date=24 अक्तूबर 2013 |url-status=
=== सामाजिक मनोविज्ञान ===
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