"अनुमान": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
छो बॉट: पुनर्प्रेषण ठीक कर रहा है |
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) |
||
पंक्ति 41:
(3) '''[[अन्वयव्यतिरेक]]'''- जब लिंग और साध्य का सहअस्तित्व और सहअभाव दोनों ही अनुभव में आते हों। आँग्ल तर्कशास्त्री [[जॉन स्टूवर्ट मिल|जॉन स्टुअर्ट मिल]] ने अपने ग्रंथों में आगमन की पाँच प्रक्रियाओं का विशद वर्णन किया है। आजकल की वैज्ञानिक खोजों में उन सबका उपयोग होता है।
==सन्दर्भ==
{{टिप्पणीसूची}}
== इन्हें भी देखें ==
* [[अनुमान (तर्क)]] (inference)
* [[न्याय दर्शन#अनुमान|न्यायदर्शन में अनुमान]]
* [[न्याय दर्शन]]
Line 48 ⟶ 52:
[[श्रेणी:भारतीय दर्शन]]
|