"सत्येन्द्र नारायण सिन्हा": अवतरणों में अंतर

Rescuing 21 sources and tagging 1 as dead.) #IABot (v2.0.1
Rescuing 4 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.6
 
पंक्ति 57:
}}
 
'''सत्येन्द्र नारायण सिन्हा''' (12 जुलाई 1917 – 4 सितम्बर 2006) एक [[भारत|भारतीय]] राजनेता थे। वे [[बिहार]] के [[मुख्यमन्त्री (भारत)|मुख्यमंत्री]] रहे। प्यार से लोग उन्हें '''छोटे साहब''' कहते थे। वे भारत के [[स्वतंत्रता सेनानी]], [[राजनीति]]ज्ञ,[[सांसद]], [[शिक्षा]][[मंत्री]] , [[जयप्रकाश नारायण|जेपी]] [[सम्पूर्ण क्रांति|आंदोलन]] के स्तम्भ तथा बिहार राज्य के [[मुख्यमन्त्री (भारत)|मुख्यमंत्री]] रहे हैं।<ref>{{Cite web |url=https://www.patnadaily.com/index.php/readers-write/13700-satyendra-narayan-sinha-ek-sajjan-rajneta.html |title=संग्रहीत प्रति |access-date=29 जनवरी 2019 |archive-url=https://web.archive.org/web/20190130000346/https://www.patnadaily.com/index.php/readers-write/13700-satyendra-narayan-sinha-ek-sajjan-rajneta.html |archive-date=30 जनवरी 2019 |url-status=livedead }}</ref>उन्हें 10 वर्षों तक लगातार केंद्रीय कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला जब उन्होंने [[संयुक्त राष्ट्र]] की अंतर्राष्ट्रीय समिति में [[एशिया]] का प्रतिनिधित्व किया|सत्येंद्र बाबू बिहार के औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र से सात बार [[सांसद]] रहे और इसे मिनी [[चित्तौड़गढ़|चितौड़गढ़]] के नाम से जाना जाता रहा|<ref>{{Cite web |url=https://m.jagran.com/bihar/aurangabad-seven-terms-mp-in-aurangabad-19046753.html |title=संग्रहीत प्रति |access-date=28 मार्च 2019 |archive-url=https://web.archive.org/web/20190328044812/https://m.jagran.com/bihar/aurangabad-seven-terms-mp-in-aurangabad-19046753.html |archive-date=28 मार्च 2019 |url-status=live }}</ref>
 
== व्यक्तिगत जीवन ==
सत्येंद्र बाबू का प्रारंभिक विद्यार्थी जीवन इलाहाबाद में श्री [[लालबहादुर शास्त्री|लाल बहादुर शास्त्री जी]] के सानिध्य में बीता और शास्त्री जी के सहजता का उनपर व्यापक प्रभाव पड़ा|छोटे साहब के<ref>{{Cite web |url=http://www.prabhatkhabar.com/news/patna/story/911694.html |title=संग्रहीत प्रति |access-date=30 जनवरी 2017 |archive-url=https://web.archive.org/web/20170202061145/http://www.prabhatkhabar.com/news/patna/story/911694.html |archive-date=2 फ़रवरी 2017 |url-status=livedead }}</ref> रूप में प्रसिद्ध स्व सत्येंद्र नारायण सिन्हा की पत्नी किशोरी सिन्हा वैशाली की पहली महिला सांसद थी तथा 1980 में जनता पार्टी व 1984 में कांग्रेस पार्टी से सांसद बनी थी। अस्सी व नब्बे के दशक में किशोरी सिन्हा ने <ref>{{Cite web |url=http://www.jagran.com/bihar/vaishali-first-woman-govrner-of-from-vaishali-15248187.html |title=संग्रहीत प्रति |access-date=30 जनवरी 2017 |archive-url=https://web.archive.org/web/20190130053552/https://www.jagran.com/bihar/vaishali-first-woman-govrner-of-from-vaishali-15248187.html |archive-date=30 जनवरी 2019 |url-status=live }}</ref> महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश की थी।
 
== राजनीतिक जीवन ==
[[चित्र:Bihar_CM_unveils_Satyendra_Narain_Sinha_statue_at_Satyendra_Narain_Sinha_Park_in_SK_Puri.jpg|left|thumb|156px|बिहार के मुख्यमंत्री [[नितीश कुमार|नीतीश कुमार]] छोटे साहब की आदमकद प्रतिमा अनावरण समारोह के दौरान|]]स्वतंत्रता संग्राम में भागीदारी के बाद देश की आज़ादी के समय राष्ट्रीय राजनीति में इनका नाम वज़नदार हो चुका था। उन्होंने छठे और सातवें दशक में [[बिहार]] की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभायी और उनके राजनीतिक समर्थन से बिहार<ref>{{Cite web |url=https://www.patnadaily.com/index.php/readers-write/13700-satyendra-narayan-sinha-ek-sajjan-rajneta.html |title=संग्रहीत प्रति |access-date=29 जनवरी 2019 |archive-url=https://web.archive.org/web/20190130000346/https://www.patnadaily.com/index.php/readers-write/13700-satyendra-narayan-sinha-ek-sajjan-rajneta.html |archive-date=30 जनवरी 2019 |url-status=livedead }}</ref> के मुख्यमंत्री बने पंडित बिनोदानंद झा ने प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से विशेष आग्रह करके उन्हें केंद्र से बिहार राज्य लाये एवं मंत्रिमडल में दूसरा स्थान दिया, वस्तुतः उन दिनों उनको बिहार का 'डिफैक्टो' सीएम माना जाता था। 1963 में कामराज योजना के बाद छोटे साहेब द्वारा बिहार में श्री के. बी. सहाय को मुख्यमंत्री पद पर स्थापित करने का राजनितिक निर्णय बिहार की राजनीती के मास्टर स्ट्रोक के रूप में माना जाता है । सत्येन्द्र बाबू 1961 में बिहार के शिक्षा मंत्री, कृषि और स्थानीय प्रशासन मंत्री बने जो उप मुख्यमंत्री के हैसियत में थे। उन्होंने राजनीति के लिए मानवीय अनुभूतियों को तिलांजलि दे दी, शिक्षा मंत्री के रूप में शैक्षणिक सुधार किया, साथ ही [[मगध महाजनपद|मगध]] [[विश्वविद्यालय]] की स्थापना की।औरंगाबाद<ref>{{Cite web |url=https://www.bhaskar.com/bihar/gaya/news/encourage-farmers-from-the-area-due-to-the-foundation-stone-of-the-northern-kollak-project-032018-3591032.html |title=संग्रहीत प्रति |access-date=29 जनवरी 2019 |archive-url=https://web.archive.org/web/20190130000312/https://www.bhaskar.com/bihar/gaya/news/encourage-farmers-from-the-area-due-to-the-foundation-stone-of-the-northern-kollak-project-032018-3591032.html |archive-date=30 जनवरी 2019 |url-status=live }}</ref>संसदीय क्षेत्र के [[सांसद]] के रूप में उन्होंने १९७२ में महत्वपूर्ण उत्तरी कोयल परियोजना नहर का शिलान्यास किया था|
 
वे देश में अपनी सैद्धांतिक राजनीति के लिए चर्चित थे। सत्येन्द्र बाबू ने बिहार के विकास में अग्रणी भूमिका निभाई। अपने छह दशक के राजनीतिक जीवन में छोटे साहब ने कई मील के पत्थर स्थापित किए। युवाओं और छात्रों को राजनीति में आने के लिए मोटिवेट किया। सत्येन्द्र नारायण सिन्हा के प्रोत्साहन पर आपातकाल आन्दोलन से [[नितीश कुमार]], [[नरेन्द्र सिंह]], [[रामजतन सिन्हा]], [[लालू प्रसाद यादव]], [[रघुवंश प्रसाद सिंह]], [[सुशील कुमार मोदी]], [[रामविलास पासवान]] और [[सुबोधकान्त सहाय]] जैसे तात्कालीन युवा नेता निकले। इन्होंने वर्ष 1988 में ऐतिहासिक [[पटना तारामंडल]] की आधारशिला रखी, साथ ही अपने मुख्यमंत्रीत्व काल में बिहार के  नवीनगर में सुपर थर्मल पावर परियोजना की सिफारिश की।
पंक्ति 73:
 
==स्मृति श्रद्धांजलि==
पटना के प्रतिष्ठित चिल्ड्रेन पार्क, श्रीकृष्णापुरी का नामकरण [[स्वतंत्रता सेनानी]] एवं अविभाजित बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सत्येन्द्र नारायण सिन्हा<ref>{{Cite web |url=http://www.bhaskar.com/news/BIH-PAT-HMU-MAT-latest-patna-news-020004-544032-NOR.html |title=संग्रहीत प्रति |access-date=4 नवंबर 2016 |archive-url=https://web.archive.org/web/20161104210418/http://www.bhaskar.com/news/BIH-PAT-HMU-MAT-latest-patna-news-020004-544032-NOR.html |archive-date=4 नवंबर 2016 |url-status=live }}</ref> के नाम से अब '''''सत्येन्द्र नारायण सिन्हा पार्क''''' श्रीकृष्णापुरी किया गया हैं और उनकी जयंती पे आयोजित राजकीय जयंती समारोह पर पार्क में उनकी आदमकद प्रतिमा का राज्यपाल [[राम नाथ कोविन्द]] और बिहार के मुख्यमंत्री [[नितीश कुमार|नीतीश कुमार]] ने अनावरण किया। [[औरंगाबाद]] शहर के दानी बिगहा में बन <ref>{{Cite web |url=http://www.prabhatkhabar.com/news/aurangabad/story/1059598.html |title=संग्रहीत प्रति |access-date=11 अक्तूबर 2017 |archive-url=https://web.archive.org/web/20171011130515/http://www.prabhatkhabar.com/news/aurangabad/story/1059598.html |archive-date=11 अक्तूबर 2017 |url-status=livedead }}</ref> रहे शहर के पहले पार्क का <ref>{{Cite web |url=http://m.jagran.com/bihar/aurangabad-10053871.html |title=संग्रहीत प्रति |access-date=11 अक्तूबर 2017 |archive-url=https://web.archive.org/web/20171011181411/http://m.jagran.com/bihar/aurangabad-10053871.html |archive-date=11 अक्तूबर 2017 |url-status=live }}</ref> नामकरण पूर्व मुख्यमंत्री सत्येन्द्र नारायण सिन्हा उर्फ छोटे साहब के नाम पर करने का निर्णय लिया गया हैं और पार्क में छोटे साहब की आदमकद प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव पारित किया गया है।गया के ए.एम. कॉलेज परिसर<ref>{{Cite web |url=https://www.bhaskar.com/bihar/gaya/news/the-foundation-stone-of-satyendra-narayan-sinha-bhavan-in-am-college-031106-3941725.html |title=संग्रहीत प्रति |access-date=17 अप्रैल 2019 |archive-url=https://web.archive.org/web/20190417180307/https://www.bhaskar.com/bihar/gaya/news/the-foundation-stone-of-satyendra-narayan-sinha-bhavan-in-am-college-031106-3941725.html |archive-date=17 अप्रैल 2019 |url-status=live }}</ref>में [[बिहार]] के [[शिक्षा मंत्री]] ने स्वर्गीय सत्येंद्र नारायण सिन्हा भवन का शिलान्यास किया है जिसका निर्माण बिहार शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड कराएगा|औरंगाबाद समाहरणालय परिसर में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. सत्येन्द्र नारायण सिन्हा उर्फ छोटे साहब की याद में स्मृति भवन का निर्माण कराया जाएगा जिसके लिए नगर परिषद ने आधिकारिक स्वीकृति भी दे दी है।स्मृति भवन में छोटे साहब से जुड़े किताबों और तस्वीरों के माध्यम से उनकी याद को सहेजने का काम किया जाएगा<ref>{{Cite web |url=https://www.bhaskar.com/bihar/aurangabad/news/smriti-bhawan-to-be-built-in-memory-of-cm-satyendra-babu-alias-shanti-sahab-before-25-lakh-061504-4986790.html |title=संग्रहीत प्रति |access-date=20 जुलाई 2019 |archive-url=https://web.archive.org/web/20190720135533/https://www.bhaskar.com/bihar/aurangabad/news/smriti-bhawan-to-be-built-in-memory-of-cm-satyendra-babu-alias-shanti-sahab-before-25-lakh-061504-4986790.html |archive-date=20 जुलाई 2019 |url-status=live }}</ref>
 
== राजनीतिक पद ==