"धर्मेन्द्र": अवतरणों में अंतर

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जानकारी
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असल में धर्मेन्द्र का गाँव जिला लुधिआना के अंतर्गत साहनेवाल है। जो अब कसबे का रूप ले चुका है। धर्मेन्द्र की पढाई फगवाडा के आर्य हाई स्कूल एवं रामगढ़िया स्कूल में हुई। ये उनकी बुआ का शहर है। जिनका बेटा वीरेंदर पंजाबी फ़िल्मों का सुपर स्टार तथा प्रोड्यूसर डायरेक्टर था। आतंक के दौर में लुधिआना में ही फ़िल्म जट ते ज़मीन की शूटिंग के दौरान आतंकियों ने गोली मार कर उनकी हत्या कर दी थी।
 
== कैरियर ==
रोल चाहे फ़िल्म सत्यकाम के सीधे सादे ईमानदार हीरो का हो, फ़िल्म शोले के एक्शन हीरो का हो या फिर फ़िल्म चुपके चुपके के कॉमेडियन हीरो का, सभी को सफलता पूर्वक निभा कर दिखा देने वाले धर्मेंद्र सिंह देओल अभिनय प्रतिभा के धनी कलाकार हैं। सन् 1960 में फ़िल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे से अभिनय की शुरुवात करने के बाद पूरे तीन दशकों तक धर्मेंद्र चलचित्र जगत में छाये रहे। उन्होंने केवल मेट्रिक तक ही शिक्षा प्राप्त की थी। उन्हें स्कूल के समय से ही फ़िल्मों का इतना चाव था कि दिल्लगी (1949) फ़िल्म को 40 से भी अधिक बार देखा था। अक्सर क्लास में पहुँचने के बजाय सिनेमा हॉल में पहुँच जाया करते थे। फ़िल्मों में प्रवेश के पहले रेलवे में क्लर्क थे, लगभग सवा सौ रुपये तनख्वाह थी। 19 साल की उम्र में ही प्रकाश कौर के साथ उनकी शादी भी हो चुकी थी और अभिलाषा थी बड़ा अफसर बनने की।
 
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धर्मेन्द्र अपने स्टंट दृश्य बिना डुप्लीकेट की सहायता के स्वयं ही करते थे। धर्मेंद्र ने चिनप्पा देवर की फ़िल्म मां में एक चीते के साथ सही में फाइट किया था
 
'''धर्मेन्द्र जी ओर अन्य'''
 
समकालीन अभिनेताओ में सर्वाधिक सफल फिल्म
 
देने के मामले में धर्मेन्द्र जी सभी साथी अभिनेताओ से
 
आगे हैं!
 
==फ़िल्में==