"लालबाग का राजा": अवतरणों में अंतर

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== सामाजिक कार्य ==
"लालबागचा मंडल" में आई हुई दान रकम से कई चैरिटी भी चलती है। इस मंडल की अपनी कई अस्पताल और एम्बुलेंस हैं जहां गरीबों का निःशुल्क इलाज किया जाता है। प्राकृतिक आपदाओं में राहत कोष के लिए भी "लालबागचा मंडल" आर्थिक रूप से मदद करता है। १९५९ में ‘कस्तूरबा फंड’, १९४७ में ‘महात्मा गांधी मेमोरियल फंड’ और 'बिहार बाढ़ राहत कोष' के लिए दान दिया गया था।<ref>{{Cite web |url=http://khabar.ibnlive.in.com/latest-news/money-and-life/The-Birth-Of-Lalbaugcha-Raja-1495262.html?ref=hindi.in.com |title=मुंबई गणपति: कैसे हुआ ‘लालबागचा राजा का जन्म’ |access-date=5 सितंबर 2014 |archive-url=https://web.archive.org/web/20140906042025/http://khabar.ibnlive.in.com/latest-news/money-and-life/The-Birth-Of-Lalbaugcha-Raja-1495262.html?ref=hindi.in.com |archive-date=6 सितंबर 2014 |url-status=dead }}</ref>
 
'''[[The Tiger Kinghttps://kisanfayda.com/the-tiger-king/|The Tiger King]]''' एक बहादुर व हठी वयक्ति की कहानी है उसके जन्म के समय यह भविष्यवाणी की गयी थी की उसकी मौत का कारण एक बाघ होगा ! इसलिए उसने सभी बाघों को मारने का निर्णय किया ! उसने निर्दयता के साथ अनेक बाघों को मारा ! उसकी सनक ने बहुत सारे जानवरों की जान ले ली ''', लेकिन जो होना है उसे हर कीमत पर होना था और इसलिए ऐसा हुआ ! इतने अधिक बाघ राजा को मारने के बाद , एक छोटा लकड़ी का बाघ उसकी मौत का कारण बना !'''
 
[[रमेश को यहhttps://kisanfayda.com/anukampa|'''रमेश''' को यह]] ताने रोज सुनने को मिलते है उसके पिताजी सुबह शाम उसीके इंतजार में रहते और जैसे ही वो आता उसे खरी-खोटी सुनने को मिलती और सब अपने-अपने काम में लग जाते और फिर '''रमेश''' की माँ कमली का चुपके से उसका खाना उसके कमरे में दे देती !रोज यही दिनचर्या ! प्रभु दयाल जब भी काम के लिए निकलते तो कमली को हमेशा रमेश के लिए ताने देता था !
 
== चित्र दीर्घा ==