"अर्धनारीश्वर": अवतरणों में अंतर

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* शिव सागर के जल सामन हैं। शक्ति सागर की लहर हैं।
[[चित्र:Ardhanari.jpg|150px|right|thumb|११वीं शताब्दी की [[चोल राजवंश|चोल]] मूर्ति]]
[[File:"Ardhanarishvara " makeup (performance ).jpg|thumb|left|अर्धनारीश्वर श्रृंगार (प्रदर्शन)]]
शिव सागर के जल के सामान हैं तथा शक्ति लहरों के सामान हैं। लहर है जल का वेग। जल के बिना लहर का क्या अस्तित्व है? और वेग बिना सागर अथवा उसके जल का? यही है शिव एवं उनकी शक्ति का संबंध। आइये हम प्रार्थना करें शिव-शक्ति के इस अर्धनारीश्वर स्वरूप का इस अर्धनारीश्वर स्तोत्र द्वारा।