"राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा": अवतरणों में अंतर

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पता : राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा ४४२००३ (महाराष्ट्र)
 
==उपलब्धियाँ ==
राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा गांधीजी के सिद्धांतो के अनुरूप देशभर में फैले हजारो अवैतनिक, सेवाभावी तथा रचनात्मक कार्यों में रूचि रखने वाले प्रचारकों के माध्यम से [[हिन्दी]] का प्रचार कर रही है। अब तक करीब एक करोड़ साठ लाख हिंदीतर भाषियों को हिन्दी में प्रवीणता दिलाई गई है।
 
राष्ट्रभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार का काम करते हुए समिति ने यह अनुभव किया की दुनिया के सबसे बड़े जनतांत्रिक देश की राष्ट्रभाषा और राजभाषा हिन्दी विभिन्न देशों में बोली जा रही है तथा विश्व के करीब १२० विश्वविद्यालयों में उसके अध्ययन – अध्यापन एवं उसमें शोधकार्य की व्यवस्था है तो यह उचित समझा गया की हिन्दी को विश्वभाषा के रूप में विकसित करने की दृष्टि से कदम उठाए जाएँ। इसी विचार से समिति ने [[विश्व हिन्दी सम्मेलन|विश्व हिन्दी सम्मेलनों]] के आयोजन का विचार देश के सामने रखा और सन १९७५ में प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन [[नागपुर]] में किया। ११वाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन 18-20 अगस्त, 2018 को [[मॉरीसस]] के [[पोर्ट लुई]] में हुआ था।
 
समिति की सतत् माँग और प्रयासों से तथा विश्व हिन्दी सम्मेलनों के मन्तव्य पर आधारित '[[महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय]]' संसद में प्रस्ताव पारित कर भारत सरकार द्वारा [[वर्धा]] में स्थापित किया गया तथा मॉरिशस में '[[विश्व हिन्दी सचिवालय]]' की स्थापना की गई।
 
==इन्हें भी देखें==